क्या है USAID? जिसे बंद करना चाहते है ट्रंप और मस्क, जानिए इसो विवाद के पीछे का सच
स्क ने यूएसएआईडी को 'आपराधिक संगठन' बताया और ट्रंप ने इस संस्था को बंद करने का समर्थन किया। यह संस्था दुनिया भर में मानवीय सहायता प्रदान करती है, लेकिन अब इसे लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। जानिए इस विवाद के पीछे का पूरा सच और इसका अमेरिका की विदेश नीति पर क्या असर हो सकता है।

इन दिनों दुनियाभर में एक नाम छाया हुआ है और वह है यूएसएआईडी (यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट)। यह एक ऐसा संगठन है, जो अमेरिकी सरकार की ओर से विकासशील देशों में सहायता, राहत कार्य और सामाजिक पहल करने के लिए जिम्मेदार है। लेकिन हाल ही में, एलन मस्क और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। मस्क ने इसे 'आपराधिक संगठन' करार दिया और ट्रंप का मानना है कि इस संस्था को बंद कर देना चाहिए।
यूएसएआईडी, जिसे 1961 में राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी के शासनकाल में स्थापित किया गया था, ने दुनिया भर में लाखों लोगों की मदद की है। यह संस्था वैश्विक विकास, चिकित्सा राहत, प्राकृतिक आपदाओं में बचाव, अकाल राहत, शिक्षा और लोकतंत्र की स्थापना में सहायता प्रदान करती है। लेकिन अब यह संस्था विवादों में घिरी हुई है। सवाल यह है कि आखिर क्यों मस्क और ट्रंप इस संस्था को बंद करने की बात कर रहे हैं?
क्या है यूएसएआईडी?
यूएसएआईडी की स्थापना के बाद से यह अमेरिका का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है। इसका मुख्य उद्देश्य दुनिया के गरीब देशों में विकास, राहत और शिक्षा के लिए काम करना है। यूएसएआईडी के माध्यम से अमेरिका हर साल अरबों डॉलर की मदद देता है, जिससे न केवल गरीब देशों में विकास होता है, बल्कि यह अमेरिका का वैश्विक प्रभाव भी बढ़ाता है। यह संस्था, विदेश नीति के तहत, अमेरिका के लिए एक 'सॉफ्ट पावर टूल' के रूप में कार्य करती है, जो कूटनीति और रक्षा के साथ मिलकर अमेरिका की ताकत को दुनिया में फैलाती है।
यूएसएआईडी की सहायता उन देशों को दी जाती है जो प्राकृतिक आपदाओं, अकाल, युद्ध, और गरीबी के कारण परेशान होते हैं। यह संस्था भारत, अफ्रीका, मध्य एशिया, लैटिन अमेरिका सहित अन्य कई देशों में राहत कार्य करती है। इसके द्वारा किए गए कामों में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, लोकतंत्र निर्माण और कृषि सुधार शामिल हैं।
मस्क और ट्रंप के बयान
हाल ही में, टेस्ला के CEO एलन मस्क ने यूएसएआईडी के बारे में एक विवादास्पद बयान दिया। मस्क ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से इस संस्था को बंद करने की बात की और ट्रंप ने सहमति जताई। मस्क ने दावा किया कि यह संस्था अब अपनी मूल भूमिका से भटक चुकी है और इसे समाप्त कर देना चाहिए। उनका कहना था कि यूएसएआईडी को 'आपराधिक संगठन' मानते हुए इसके कार्यों की जांच की जानी चाहिए।
उनकी टिप्पणी उस समय आई जब यूएसएआईडी के कुछ वरिष्ठ अधिकारी सरकारी आदेशों का पालन करने में आनाकानी कर रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूएसएआईडी के कई कर्मचारियों पर आरोप था कि वे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा जारी किए गए कार्यकारी आदेश, जो विदेशी सहायता रोकने से संबंधित था, को नजरअंदाज करने की कोशिश कर रहे थे। मस्क और ट्रंप का यह मानना है कि यूएसएआईडी अब अमेरिकी हितों के बजाय अपने खुद के एजेंडे पर काम कर रहा है।
यूएसएआईडी पर क्यों उठ रहे सवाल?
यूएसएआईडी की फंडिंग को लेकर पिछले कुछ वर्षों से विवाद उठते रहे हैं। खासकर ट्रंप प्रशासन के दौरान, जब इस संस्था के बजट में कटौती की गई और इसके कार्यों पर निगरानी बढ़ाई गई। यह सवाल उठता है कि क्या यह संस्था अपनी कार्यप्रणाली में बदलाव कर रही है या इसे राजनीतिक कारणों से टार्गेट किया जा रहा है। यूएसएआईडी की आलोचना करने वाले नेताओं का कहना है कि यह संस्था कई बार अमेरिकी हितों के बजाय अपनी स्वार्थपूर्ण नीतियों को लागू करती है। इसका उदाहरण उन देशों में देखा जा सकता है जहां यूएसएआईडी की मदद से अमेरिका अपनी विदेश नीति को लागू करता है। इसी कारण कई आलोचक इसे 'सॉफ्ट पावर' के तौर पर इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हैं।
यूएसएआईडी का महत्व
यूएसएआईडी को बंद करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बावजूद, यह संस्था अभी भी वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस संस्था ने कई देशों में शांति स्थापित करने, युद्धग्रस्त क्षेत्रों में राहत पहुंचाने, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने में मदद की है। इसके द्वारा की गई कई पहलें आज भी लाखों लोगों की जिंदगी में बदलाव ला रही हैं। दूसरी ओर, अमेरिका को भी अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि को मजबूत करने के लिए ऐसे संगठन की जरूरत है। यूएसएआईडी के माध्यम से, अमेरिका दुनिया भर में मानवीय सहायता के रूप में अपना योगदान दे सकता है, जिससे उसका सॉफ्ट पावर बढ़ता है।
यूएसएआईडी के भविष्य पर लगातार उठते सवाल और इसके कार्यों की आलोचना के बावजूद, इसके महत्व को नकारा नहीं जा सकता। हालांकि, राजनीतिक माहौल और आने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए, इस संस्था के कार्यों में सुधार की संभावना हो सकती है। अगर ट्रंप और मस्क का प्रभाव बढ़ता है तो यूएसएआईडी की फंडिंग में और कटौती हो सकती है और इसके कामकाजी ढांचे में बदलाव संभव हो सकता है।
हालांकि, अभी तक यूएसएआईडी के बंद होने का कोई आधिकारिक आदेश नहीं है, लेकिन इसके खिलाफ उठते सवाल निश्चित रूप से अमेरिकी राजनीति में एक नया मोड़ ला सकते हैं। अब यह देखना होगा कि आने वाले समय में इस संस्था की भूमिका कैसे बदलती है और क्या सचमुच इसका बंद होना संभव हो पाएगा या नहीं।
Source- IANS
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