अमेरिका की राजनीति में मस्क की एंट्री? विस्कॉन्सिन रैली में क्यों कहा "अगर अमेरिका डूबा तो हम सब डूबेंगे"
टेक अरबपति एलन मस्क ने हाल ही में विस्कॉन्सिन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, "अगर अमेरिका डूबा, तो हम सब डूब जाएंगे।" उनके इस बयान ने राजनीति और अर्थव्यवस्था दोनों में हलचल मचा दी है। मस्क ने न केवल अमेरिकी उद्योगपतियों को चेतावनी दी बल्कि अपने प्रतिद्वंदी जॉर्ज सोरोस पर भी निशाना साधा।

अमेरिका की राजनीति में टेक दिग्गज एलन मस्क का दखल बढ़ता जा रहा है। हाल ही में उन्होंने विस्कॉन्सिन में आयोजित एक चुनावी रैली में ऐसा बयान दिया, जिसने पूरे अमेरिका में हलचल मचा दी। मस्क ने कहा, "अगर अमेरिका का जहाज डूबता है, तो हम सब उसके साथ डूबेंगे।" उनके इस बयान के कई राजनीतिक और आर्थिक मायने निकाले जा रहे हैं। आखिर क्या है इस बयान के पीछे की असली कहानी, आइए जानते हैं ।
मस्क की अमेरिका को लेकर प्रतिबद्धता
टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने यह स्पष्ट कर दिया कि वो किसी भी हालत में अमेरिका को छोड़कर नहीं जाएंगे। उन्होंने मंच से कहा, "मैं अमेरिका में ही मरूंगा। मैं चांद पर जा सकता हूं, लेकिन तब वो भी अमेरिका का ही हिस्सा होगा।" उनके इस बयान से साफ है कि वो न केवल अमेरिका की अर्थव्यवस्था बल्कि उसकी राजनीतिक स्थिरता को भी बेहद अहम मानते हैं। हालांकि, मस्क का यह बयान केवल उनकी देशभक्ति तक सीमित नहीं था। यह अमेरिका के व्यापारिक और औद्योगिक माहौल को लेकर भी एक बड़ी चेतावनी थी।
अमेरिका के डूबने की चेतावनी क्यों दी मस्क ने?
मस्क ने अमेरिकी कारोबारियों को संबोधित करते हुए कहा, "अगर अमेरिका कमजोर होता है, तो आपका भी बिजनेस डाउन होगा। आप भी तरक्की नहीं कर पाएंगे। इसके लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा।" मस्क के इस बयान को समझने के लिए हमें अमेरिका की मौजूदा राजनीतिक और आर्थिक स्थिति को देखना होगा।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी का खतरा: अमेरिका में बढ़ती महंगाई, ब्याज दरों में बढ़ोतरी और बेरोजगारी की दर को लेकर कई बड़े उद्योगपति चिंतित हैं। मस्क का मानना है कि यदि अमेरिकी सरकार सही नीतियों पर ध्यान नहीं देती, तो आने वाले वर्षों में अमेरिका की आर्थिक स्थिति और बिगड़ सकती है।
चीन और रूस के बढ़ते प्रभाव से खतरा: अमेरिकी व्यापार नीतियों के कारण चीन और रूस जैसे देशों को फायदा हो रहा है। अगर अमेरिका अपने उद्योगों को मजबूत नहीं करता, तो आने वाले सालों में यह देश वैश्विक व्यापार में पिछड़ सकता है।
राजनीतिक अस्थिरता: मस्क ने यह भी इशारा किया कि अमेरिका में अगर राजनीतिक अस्थिरता बनी रही, तो इसका प्रभाव सीधे अमेरिकी नागरिकों और कारोबारियों पर पड़ेगा।
रैली में प्रदर्शनकारियों का हंगामा
मस्क के भाषण के दौरान एक प्रदर्शनकारी ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस पर मस्क ने कहा, "मुझे कोई आश्चर्य नहीं हुआ। यह प्रदर्शनकारी मेरे प्रतिद्वंदी जॉर्ज सोरोस ने भेजा है।" यह बयान काफी चर्चा में आ गया, क्योंकि कुछ दिनों पहले ही मस्क ने आरोप लगाया था कि उनके कारोबार (टेस्ला और स्पेसएक्स) पर बढ़ते हमलों के पीछे जॉर्ज सोरोस का हाथ है।
दरअसल, जॉर्ज सोरोस एक अरबपति निवेशक और डेमोक्रेटिक पार्टी के बड़े समर्थक माने जाते हैं। मस्क और सोरोस के बीच लंबे समय से मतभेद चल रहे हैं। मस्क के अनुसार, "सोरोस अमेरिका को कमजोर करना चाहते हैं और उनके इशारे पर कई मीडिया हाउस और प्रदर्शनकारी काम कर रहे हैं।" मस्क के इस बयान के बाद वहां मौजूद समर्थकों ने "यूएसए, यूएसए" के नारे लगाने शुरू कर दिए, जिससे माहौल और गर्मा गया।
मस्क की यह रैली विस्कॉन्सिन में होने वाले सुप्रीम कोर्ट चुनाव से कुछ दिन पहले आयोजित की गई थी। इस चुनाव का अमेरिका की राजनीति पर बड़ा असर पड़ सकता है। मस्क ने दो मतदाताओं को $1 मिलियन के चेक दिए और उन्हें अपने राजनीतिक समूह का प्रतिनिधि बनाया। उन्होंने कहा कि "अगर सुप्रीम कोर्ट जिलों की सीमाएं दोबारा निर्धारित करता है, तो अमेरिकी सदन (House of Representatives) डेमोक्रेटिक बहुमत में बदल सकता है।" इसका मतलब है कि रिपब्लिकन पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं और उनके सुधार कार्यक्रम रुक सकते हैं। मस्क के इस बयान ने रिपब्लिकन समर्थकों को और मजबूत कर दिया, जबकि डेमोक्रेट्स ने इसे एक 'शक्ति प्रदर्शन' करार दिया।
क्या मस्क राजनीति में एंट्री लेने वाले हैं?
मस्क का यह बयान कई लोगों के लिए चौंकाने वाला था। हाल ही में, उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी का समर्थन किया था और ट्रंप के करीबी माने जा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि "मैं किसी भी राजनीतिक पद के लिए चुनाव नहीं लड़ूंगा, लेकिन अमेरिका के भविष्य के लिए हमेशा काम करता रहूंगा।" लेकिन अगर मस्क इसी तरह राजनीतिक बयान देते रहे, तो यह संभावना भी बढ़ सकती है कि वो किसी बड़े राजनीतिक अभियान का हिस्सा बनें।
एलन मस्क सिर्फ एक बिजनेसमैन नहीं हैं, बल्कि वह दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक हैं। उनका बयान "अगर अमेरिका डूबा, तो हम सब डूबेंगे" केवल एक चेतावनी नहीं है, बल्कि यह अमेरिका की मौजूदा स्थिति को दर्शाता है। अमेरिका की आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता पर मस्क ने जो सवाल उठाए हैं, वे आने वाले समय में और गंभीर हो सकते हैं। डेमोक्रेट और रिपब्लिकन पार्टियों की खींचतान से अमेरिका की नीति और कानून प्रभावित हो सकते हैं। व्यापार जगत के लिए यह एक संकेत है कि अगर अमेरिका मजबूत नहीं रहा, तो उनकी कंपनियां भी नुकसान में जा सकती हैं।
अब देखना यह है कि मस्क के इस बयान का असर अमेरिकी चुनाव, अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर कितना पड़ता है। क्या उनकी चेतावनी सही साबित होगी, या यह केवल एक राजनीतिक बयान बनकर रह जाएगी?
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