घुटनों पर आया बांग्लादेश ! मोदी ने तोड़ा यूनुस का घमंड !
शेख हसीना का तख्तापलट होने के बाद से ही मोहम्मद यूनुस भारत को भी लगातार अकड़ दिखा रहे थे लेकिन अब घुटनों पर आता नज़र आ रहा है।

5 अगस्त 2024 को भारी विरोध के बाद शेख़ हसीना सरकार का तख्तापलट हो गया था, जिसके बाद सत्ता में मोहम्मद यूनुस क़ाबिज़ हो गये थे। यूनुस के सरकार बनाते ही हिंदुओं के साथ जिस तरह से बर्बरता हुई वो किसी से छिपी नहीं हैं, अल्पसंख्यकों को मारा गया पीटा गया और हर वो कोशिश की गई जिससे हिंदुओं की आस्था को चोट पहुँचाने के साथ साथ उनको हर तरह से आघात पहुंचाया जा सके।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर रहे अत्याचार का असर भारत पर भी देखने को मिला। इस एक मुद्दे पर सारे विरोधी भी एक साथ आ गये। ममता बनर्जी ने तो मोदी सरकार से UN के सामने सेना उतारने का प्रस्ताव रखने तक की मांग कर डाली थी। मोदी सरकार की तरफ हर भारतवासी आस भरी निगाहों से देख रहा था कि कब हिंदुओं को बचाया जाएगा, कैसे उन्हें इस पीड़ा से बाहर निकाला जाएगा।
खैर, 5-6 महीने तनातनी दिखाने के बाद अब ऐसा लग रहा है कि बांग्लादेश को अपनी असली औक़ात समझ आ गई है, तभी तो ख़बर मिल रही है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस पीएम मोदी से मुलाक़ात कर सकते हैं। ख़बर ये भी है कि ये मुलाक़ात अप्रैल में बैंकॉक में हो सकती है। दरअसल बैंकॉक में BIMSTEC शिखर सम्मेलन होने वाला है और इसी दौरान ये मुलाक़ात संभव मानी जा रही है। आपको बता दें सत्ता में आने के बाद से ही यूनुस मुख्य सलाहाकर की भूमिका में ज़रूर हैं लेकिन आज तक उनकी पीएम मोदी से कोई मुलाक़ात नहीं हुई, कोई बातचीत नहीं हुई।
ऐसे में माना जा रहा है कि ये पहली मुलाक़ात कई मायनों में ख़ास हो सकती है, इतना ही नहीं सबकी नज़रें इस वक़्त मोदी और यूनूस की इस मुलाक़ात पर ही टिकी हुई है। दरअसल ये मुलाक़ात तय करेगी की दोनों देशों के बीच के संबंध ठीक होंगे या फिर और ज़्यादा बिगड़ेंगे, इसका असर वहाँ रह रहे हिंदुओं पर किस तरह से होगा ये भी देखने वाले बात होगी।मौजूदा वक़्त में दोनों देशों के बीच संबंध पूरी तरह से ख़राब है। एक तरफ़ भारत को बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों से आपत्ति है तो वहीं बांग्लादेश का आरोप है कि भारत ने शेख़ हसीना को पनाह दे रखी है।
बहरहाल मुलाक़ात के क्या मायने निकलेंगे ये तो वक़्त ही बताएगा लेकिन उससे पहले आपको ये भी जान लेना चाहिये कि BIMSTEC आख़िर क्या है ?
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