पाक आतंकियों की सुरक्षा के लिए सेना ने उतारी फौज! भारत के खिलाफ उगला जहर, बच्चों को थमाई बंदूकें, फिर से दुनिया के सामने आया आतंकी चेहरा
पाकिस्तानी आतंकियों की इस जनसभा को पाक सेना और ISI ने सुरक्षा प्रदान की. मतलब पाकिस्तान के आतंकियों को इस बात का डर था कि कहीं कोई अज्ञात बंदूकधारी द्वारा कोई हमला न हो जाए. इसी वजह से पाकिस्तान सेना ने जनसभा के चारों तरफ घेरा बना रखा था. पूरे आयोजन पर कड़ी नजर थी.

पाकिस्तान का आतंकी चेहरा एक बार फिर से पूरी दुनिया के सामने आया है. आतंकवादियों की जनसभा में उनकी सुरक्षा के खातिर पाक सेना ने पूरी फौज उतार दी. इस सभा में भारत के खिलाफ जहर उगला जा रहा था. इसके बावजूद पाकिस्तानी सेना के जवान आतंकियों की सुरक्षा की कमान अपने कंधे पर संभाल रहे थे. सवाल उठता है कि क्या पाकिस्तान के आतंकवादी इतने कमजोर होते जा रहे हैं कि उनकी सुरक्षा की देखभाल के लिए पाकिस्तानी सेना को खुलेआम आना पड़ रहा है. हालांकि, यह पहली बार नहीं है कि पाक सेना ने आतंकवादियों को सुरक्षा दी है. पूरी दुनिया को यह पता है कि हर एक आतंकवादी गतिविधि में पाक सेना और ISI की बड़ी भूमिका होती है. अभी तक यह काम पर्दे के पीछे चल रहा था. लेकिन अब तो यह आम हो गया है. इस जनसभा में आतंकियों ने मानवाधिकार का उल्लंघन करते हुए बच्चों को बंदूकें थमाई. हाल के दिनों में जो भी तस्वीरें सामने आई हैं. उसने पाकिस्तानी सरकार, प्रशासन के साथ सेना के भी आतंकवादी कनेक्शन को एक बार फिर उजागर करने का काम किया है.
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मारे गए आतंकी को श्रद्धांजलि दी गई
बता दें कि शनिवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के रावलकोट इलाके में खाई गला नाम की जगह पर आतंकवादियों की एक जनसभा हुई. जहां आतंकवादियों ने लश्कर-ए-तैयबा के मारे गए आतंकी हाकिफ अलीम को श्रद्धांजलि दी. जानकारी के लिए बता दें कि अलीम भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर घुसपैठ के दौरान मारा गया था. इसमें कई अन्य आतंकी संगठन भी शामिल थे. खबरों के मुताबिक, इस जनसभा में आतंकी संगठन
लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर अबू मूसा भारत के खिलाफ जहर उगल रहा था. जिसका मुख्य उद्देश्य भारत के खिलाफ धारा 370 हटाने को लेकर लोगों को भड़काना था. अबू मूसा ने कहा कि "जम्मू-कश्मीर में जेहाद जारी रहेगा और वह लगातार हमले करता रहेगा." दरअसल, आतंकी संगठन इन जनसभाओं के जरिए यह बताने की कोशिश करते हैं कि वह जम्मू-कश्मीर के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. यह आतंकी संगठन दूसरों से चंदा मांगते हैं. ताकि संगठन को और मजबूत बना सके. लेकिन पाकिस्तान सेना ने जिस तरीके से इस जनसभा को सुरक्षा दी. उससे यह साबित हो गया कि बिना इनके आतंकवादी कुछ भी नहीं कर सकते.
आतंकी जनसभा को पाक सेना ने दी सुरक्षा
पाकिस्तानी आतंकियों की इस जनसभा में पाक सेना और ISI ने सुरक्षा प्रदान की. मतलब पाकिस्तान के आतंकियों को इस बात का डर था कि कहीं कोई अज्ञात बंदूकधारी द्वारा कोई हमला न हो जाए. इसी वजह से पाकिस्तान सेना ने जनसभा के चारों तरफ घेरा बना रखा था. पूरे आयोजन पर कड़ी नजर थी.
पाकिस्तानी सेना का आतंकवादी चेहरा एक बार फिर से सामने आया
पाकिस्तान के आतंकवादियों की जनसभा का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि सेना की वर्दी में खड़े यह जवान कड़ी सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं. इस वायरल तस्वीर और वीडियो के बाद लोग सवाल उठा रहे हैं कि आतंकी संगठन जब इतने बहादुर और कुर्बानी देने का दावा करते हैं. तो फिर इन आतंकियों को सुरक्षा के लिए पाकिस्तानी सेना का साथ क्यों लेना पड़ा ? दूसरी तरफ पाकिस्तान का आतंकवादी चेहरा एक बार फिर से सामने आया है. जो पूरी दुनिया को यह बताने की कोशिश करता है कि उसका आतंकवादियों के साथ कोई भी कनेक्शन नहीं है. इसमें एक और हैरान कर देने वाली तस्वीर नजर आई. जहां आतंकी संगठन छोटे-छोटे बच्चों को बंदूक थमा रहे हैं. आतंकी इसके जरिए इन बच्चों के परिवारों को संदेश देना चाह रहे हैं कि आतंकी संगठनों में ज्यादा से ज्यादा बच्चों को जरूर भेजना चाहिए. ऐसे में एक बार फिर से यह साबित हो गया कि पाकिस्तानी आतंकी और सेना दोनों एक ही है.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस ने 10 आतंकियों को मार गिराया
एक तरफ पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी ISI आतंकवादियों को सुरक्षा देने में लगे हुए हैं. तो दूसरी तरफ पंजाब पुलिस का एक दूसरा चेहरा देखने को मिला. जहां पाकिस्तानी पुलिस ने पंजाब प्रांत के मियांवाली जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 आतंकवादियों को मार गिराया. बता दें कि जैसे ही पुलिस को आतंकियों के बारे में जानकारी मिली. वैसे ही कार्रवाई की योजना बनाते हुए ताबड़तोड़ हमले किए. पाकिस्तानी पुलिस के मुताबिक दोनों पक्षों की तरफ से हुई गोलीबारी में 10 आतंकियों को मार गिराया गया है.
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