अब Airport पर नहीं लगेगी भीड़! सिर्फ दो मिनट में एंट्री और चेक-इन
अब यात्रियों की इस चिंता को दूर करने के लिए भारतीय एयरपोर्ट्स पर नई तकनीकी सुविधाएं शुरू की गई हैं, जिनकी मदद से अब सिर्फ 2 मिनट में एयरपोर्ट एंट्री और चेक-इन की प्रक्रिया पूरी की जा सकती है.

Airport Facility: आजकल हवाई सफर का चलन बढ़ गया है, लेकिन इसके साथ ही एयरपोर्ट पर लंबी-लंबी लाइनों में खड़ा होना लोगों के लिए एक बड़ी परेशानी बन चुका है. खासकर चेक-इन और सिक्योरिटी चेक के समय लगने वाली भीड़ से अक्सर फ्लाइट छूटने का डर बना रहता है. लेकिन अब यात्रियों की इस चिंता को दूर करने के लिए भारतीय एयरपोर्ट्स पर नई तकनीकी सुविधाएं शुरू की गई हैं, जिनकी मदद से अब सिर्फ 2 मिनट में एयरपोर्ट एंट्री और चेक-इन की प्रक्रिया पूरी की जा सकती है. आइए जानते हैं इस नई व्यवस्था के बारे में विस्तार से...
क्या है यह नई सुविधा?
भारतीय एयरपोर्ट्स पर अब DigiYatra जैसी तकनीकों और ई-गेट्स (e-Gates) की मदद से यात्रियों को बेहद तेज़ और पेपरलेस चेक-इन का विकल्प दिया जा रहा है. इसके ज़रिए अब यात्रियों को पहचान पत्र दिखाने या बोर्डिंग पास स्कैन कराने की जरूरत नहीं होती. फेस रिकग्निशन तकनीक की मदद से आपकी पहचान तुरंत हो जाती है, और आप बस दो मिनट में एयरपोर्ट के अंदर प्रवेश कर सकते हैं.
DigiYatra: पेपरलेस और फेस रिकग्निशन आधारित सुविधा
DigiYatra भारत सरकार की एक पहल है जो हवाई यात्रियों के लिए एयरपोर्ट प्रक्रिया को आसान और डिजिटल बनाने के लिए शुरू की गई है. इसमें यात्रियों को पहले से ही अपना आधार नंबर और फ्लाइट की जानकारी एक ऐप पर अपलोड करनी होती है. जब यात्री एयरपोर्ट पर पहुंचता है, तो फेस रिकग्निशन सिस्टम उसकी पहचान को स्कैन करता है और वह बिना किसी दस्तावेज़ के एंट्री कर सकता है.
DigiYatra की मुख्य बातें:
1. चेक-इन के समय बोर्डिंग पास या आईडी की जरूरत नहीं
2. एक बार रजिस्ट्रेशन के बाद सभी प्रमुख एयरपोर्ट्स पर मान्य
3. पूरी प्रक्रिया पेपरलेस, फास्ट और सुरक्षित
कौन-कौन से एयरपोर्ट पर यह सुविधा उपलब्ध है?
DigiYatra और अन्य तेज़ एंट्री सुविधाएं फिलहाल दिल्ली, बेंगलुरु, वाराणसी, हैदराबाद, कोलकाता, पुणे और मुंबई जैसे बड़े एयरपोर्ट्स पर शुरू की जा चुकी हैं. इन एयरपोर्ट्स पर ई-गेट्स (e-gates) लगाए गए हैं जो यात्रियों को तेजी से एंट्री और चेक-इन की सुविधा देते हैं.
अब बैगेज ड्रॉप भी हुआ आसान
दिल्ली और हैदराबाद जैसे कुछ एयरपोर्ट्स ने अब स्वचालित बैगेज ड्रॉप मशीनें भी शुरू कर दी हैं. इससे यात्री खुद ही अपना बैग चेक-इन कर सकते हैं और लंबी कतारों में लगने की जरूरत नहीं होती. इससे सिर्फ 60 सेकंड में चेक-इन प्रक्रिया पूरी हो जाती है.
एयरपोर्ट से पहले चेक-इन: मेट्रो स्टेशन पर सुविधा
दिल्ली एयरपोर्ट ने एक और बड़ी सुविधा शुरू की है, जिसमें मेट्रो स्टेशन से ही चेक-इन और बैगेज ड्रॉप की सुविधा दी जा रही है. यात्री दिल्ली मेट्रो के न्यू दिल्ली और शिवाजी स्टेडियम स्टेशनों पर अपनी चेक-इन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं और वहां से सीधे एयरपोर्ट जा सकते हैं.
फायदे क्या हैं?
समय की बचत: दो मिनट में एयरपोर्ट एंट्री और एक मिनट में चेक-इन.
लंबी कतारों से छुटकारा: अब बोर्डिंग के लिए घंटों लाइन में खड़े होने की जरूरत नहीं.
पेपरलेस प्रक्रिया: आईडी, टिकट या बोर्डिंग पास दिखाने की जरूरत नहीं.
ज्यादा सुरक्षा: फेस रिकग्निशन तकनीक से सुरक्षा और नियंत्रण बेहतर.
भारत में एयरपोर्ट यात्रा अब पहले से कहीं ज्यादा आसान और तेज हो गई है. DigiYatra जैसी तकनीकों और स्मार्ट चेक-इन सिस्टम के ज़रिए अब हवाई यात्रा का अनुभव न सिर्फ सुविधाजनक है, बल्कि समय की भी बचत करता है. अगर आप जल्दी में हैं या बार-बार फ्लाइट पकड़ते हैं, तो ये नई सुविधाएं आपके सफर को बेहद आसान बना देंगी.