महाकुंभ के शाही स्नान में इन घाटों पर स्नान करना है सबसे सुरक्षित और आरामदायक!
Mahakumbh 2025: शाही स्नान के लिए कुंभ के पांच घाटों पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई है।जिनमे संगम क्षेत्र, अरैल घाट,दशाश्रमद घाट, राम घाट और हनुमान घाट भी शामिल है।

Mahakumbh 2025: महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हो चुकी है।रोजाना हजारों लोग कुंभ में आकर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। ऐसे में कुंभ में मची भगदड़ और उसमें मारे गए लोगों के बारे में जानकर आप भी हैरान रह गए होंगे।ध्यान रहे जिस दिन खास स्नान होता हैं, उस दिन कुंभ में आम दिन के मुकाबले ज्यादा भीड़ पहुंचती है ,इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि आने वाले शाही स्नान पर आप कौन से घाट पर स्नान करे, जिससे आप सुरक्षित रहेंगे।आइये जानते है इस खबर को विस्तार से....
किस घाट पर स्नान करना रहेगा ज्यादा सुरक्षित (Mahakumbh 2025)
वहीं आपको बता दें, शाही स्नान के लिए कुंभ के पांच घाटों पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई है।जिनमे संगम क्षेत्र, अरैल घाट,दशाश्रमद घाट, राम घाट और हनुमान घाट भी शामिल है। आप शाही स्नान के लिए इन घाटों का रुख कर सकते हैं और इन पर शाही स्नान करने का अपना ही धार्मिक महत्व हैं।लेकिन याद रहे कि स्नान करने के लिए किसी घाट पर जाने से पहले प्राशाहन कि गाइड लाइन का पालन करना बेहद जरुरी हैं।दिशा निर्देश का पालन करके ही आप सुरक्षित स्नान कर सकते हैं। हालांकि आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी घाट पर स्नान कर सकते हैं।
इन घाटों पर भी कर सकते हैं स्नान (Mahakumbh 2025)
इसके अलावा आप त्रिवेणी घाट पर स्नान कर सकते हैं। यह घाट कुंभ मेले का मुख्य आकर्षण हैं , जहां गंगा , जमुना और सरस्वती नदियों का संगम होता हैं। अरैल घाट पर भी स्नान करने का अपना ही अलग महत्त्व होता हैं। यह घाट कुंभ मेले के दौरान स्नान करने के लिए एक लोकप्रिय स्थान हैं। इसके आलावा लाल घाट पर भी स्नान करने की सुविधा हैं।यह घाट भी कुंभ मेले में स्थित हैं , जहां श्रद्धालु स्नान करने के लिए आते हैं।
श्रद्धालुओं की संख्या 10 लाख से अधिक हो गई है (Mahakumbh 2025)
प्रयागराज में मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के पावन संगम में बीते 30 दिनों में आस्था का अटूट रेला उमड़ रहा है। इसी के साथ-साथ महाकुंभ में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान अब उस शिखर पर पहुंच गया है, जिसकी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उम्मीद की थी। बुधवार सुबह 8 बजे तक महाकुंभ में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 92.13 लाख है तो वहीं, 1.02 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया है। महाकुंभ में कल्पवास करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 10 लाख से अधिक हो गई है।