INDI गठबंधन से अलग सीट की मांग कर रही ममता, क्या है वजह, जानिए
ममता दीदी की टीएमसी इंडी गठबंधन का हिस्सा है। लेकिन लगता है दीदी अब इस गठबंधन के बंधन से आज़ाद होना चाहती है। उन्होंने TMC के लिए सदन में INDI गठबंधन से अलग सीट की मांग की है, जानिए पूरी खबर ।

INDI : TMC INDI गठबंधन का ही हिस्सा है। INDI गठबंधन की तरह TMC भी भाजपा और खासकर पीएम मोदी विरोधी है। बावजूद इसके TMC अपनी अलग पहचान की तलाश में है। इधर स्पीकर ओम बिरला ने INDI गठबंधन को sitting plan दिया है। लेकिन हैरानी का बैत यो हौ कि इसमें TMC की सीट शामिल ही नहीं है। ममता की TMC विपक्षी ही है। ऐसे में वो विपक्ष के ग्रुप में बैठेगी। लेकिन अलग सीट की मांग को लेकर TMC का संवतंत्र रूप से बात करना। ममता दीदी का INDI गठबंधन से रास्ता अलग होने की तरफ इशारा कर रहा है।
TMC के सूत्र बताते है- "बातचीत चल रही है. सीटिंग अरेंजमेंट जल्दी ही फाईनल भी हो जाएगी. 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद, सदन में विपक्ष की संख्या बढ़ गई है। कांग्रेस की संख्या भी खुद दोगुनी हो गई है। एक अनुमान के अनुसार, सदन के लगभग 40 फीसदी हिस्से को विपक्ष द्वारा कवर करने की उम्मीद है"।
क्या है ममता बनर्जी के मन में ?
जानकार और राजनीतिक विशेषज्ञ बताते है कि निचले सदन में बैठने की व्यवस्था पार्टियों के अनुसार नहीं गठबंधन के अनुसार की जाती है। इसी तरह इंडी गठबंधन अपने लिए स्पीकर से बात कर रहा है ।पर ममता दीदी की TMC कुछ अलग प्लानिंग के साथ आगे बढ़ रही है। सूत्रों के अनुसार ममता दीदी निचले सडन में अपनी पार्टी TMC को अलग भाजपा विरोधी रूप में देखना चाहती है।जिससे उनकी अलग पहचान बने।ममता बनर्जी के बयान और स्पीकर चुनाव के दौरान ये स्पष्ट तौर पर देखा गया था।
INDI गठबंधन से TMC की राह जुदा-जुदा
अब अगर ममता की पार्टी के करनी पर ध्यान दे।तो आए दिन ममता दीदी या उनकी पार्टी TMC INDI Block से अलग अपनी राय रखती नजर आई है। कुछ examples आपको बताते है।
पहला- ममता दीदी ने उस नीति आयोग में भाग लिया, जिसका विपक्ष के सभी मुख्यमंत्रियों ने बहिष्कार करने का फैसला किया था।
दूसरा- पिछले सत्र में आपातकाल पर प्रस्ताव के खिलाफ कांग्रेस के विरोध का समर्थन नहीं करना।
तीसरा- बंगाल में अपनी राजनीतिक रोटी TMC अब भी कांग्रेस पर ही सेकती है।
खैर जिस तरीके से ममता दीदी की राह INDI गठबंधन से अलग अलग दिखाई पड़ रही है।उसपर आपका क्या कहना है।क्या लगता है एकल चलो की नीति से खेला होबे की न ।
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