मिल्कीपुर उपचुनाव में मतदान के लिए नेताओं ने की अपील,उपमुख्यमंत्री केशव, भूपेंद्र और सपा मुखिया शामिल
Milkipur Election: मतदान के लिए सत्ता पक्ष से उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और विपक्ष की तरफ से सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपील की है।

Milkipur Election: अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा में बुधवार सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो चुका है। मतदान के लिए सत्ता पक्ष से उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और विपक्ष की तरफ से सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपील की है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मिल्कीपुर विधानसभा चुनाव के लिए अपील करते हुए सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि पहले मतदान, फिर जलपान।आइए जानते है इस खबर को विस्तार से ....
मतदान आपका अधिकार ही नहीं, अपितु कर्तव्य भी है- भूपेंद्र चौधरी
आज, उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव-2025 के लिए मतदान हो रहे हैं। मैं मिल्कीपुर के समस्त मतदाताओं से अपील करता हूं कि आप अपने क्षेत्र में सुशासन, विकास और सुरक्षा के संकल्प को और सुदृढ़ बनाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में मतदान केंद्र पहुंचकर मतदान अवश्य करें। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने लिखा कि मतदान आपका अधिकार ही नहीं, अपितु कर्तव्य भी है। उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव-2025 को लेकर आज हो रहे मतदान में सभी मतदाता भाइयों एवं बहनों से आग्रह करता हूं कि अपने क्षेत्र के चौमुखी विकास, बेहतर सुशासन एवं समृद्धि के लिए अधिक से अधिक संख्या में अपने-अपने मतदान केंद्र पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें।
दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं ने मैदान में उतरकर किया था प्रचार
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि निर्भीक मतदान ही लोकतंत्र को शक्तिशाली बनाता है। अपने हक को पाने के लिए आगे आइए और एक-एक मत डालकर अपने भविष्य का रास्ता स्वयं बनाइए। मतदान भी, सावधान भी। ज्ञात हो कि अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए सुबह सात बजे से मतदान शुरू है। इस दौरान बूथों पर मतदाता लाइन में खड़े होकर अपनी पारी का इंतजार कर रहे हैं। अभी तक सभी जगह शांतिपूर्ण ढंग से मतदान हो रहा है। उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और मुख्य विपक्षी दल सपा के बीच है। दोनों दलों ने उपचुनाव में प्रचार करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकी थी। दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं ने मैदान में उतरकर प्रचार किया था।