Akhilesh Yadav पर CM योगी का प्रहार, Social Media Post का जिक्र क्यों किया ?
Maha Kumbh में भगदड़ के बाद विपक्ष BJP पर हमलावर है. अखिलेश मौतों के आंकड़े पर सवाल उठा रहे हैं. अब CM योगी ने अखिलेश के सोशल मीडिया पोस्ट के बहाने उन पर पलटवार किया है.

तीर्थराज प्रयागराज में भव्य दिव्य महाकुंभ जारी है लाखों श्रद्धालु हर दिन संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।144 साल बाद बने खास संयोग ने श्रद्धालुओं की आस्था को और बढ़ा दिया है। इसी बीच मौनी अमावस्या का वो दिन भी आया जब महाकुंभ में करोड़ों की संख्या में भीड़ जुटी हुई थी। लाखों श्रद्धालु रात में ही जमा हो गए थे। बेतहाशा भीड़ भोर में शुभ संयोग में ही स्नान की चाह में त्रिवेणी घाट के पास जमा हो गई। अचानक एक अफवाह फैली और वहां का नजारा भगदड़ में बदल गया। इस भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई जबकि कई घायल हो गए। जिसके बाद प्रशासन के इंतजामों पर सवाल उठाए गए। विपक्ष ने योगी सरकार को घेर लिया। सियासत चरम पर है।और अब सियासत करने वालों को सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने करारा जवाब दिया है।
महाकुंभ का आगाज भी नहीं हुआ था कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व CM अखिलेश यादव ने तैयारियों पर सवाल उठाना शुरू कर दिया था। कभी महाकुंभ के इन्विटेशन पर। कभी व्यवस्थाओं पर। अखिलेश यादव के सोशल मीडिया पोस्ट में भी इसकी झलक दिखी। अब इन्हीं सोशल मीडिया पोस्ट के बहाने CM योगी ने उन्हें निशाने पर ले लिया। महाकुंभ पर अखिलेश की टिप्पणियों और सवालों का जवाब देते हुए उन्हीं पर सवाल खड़े कर दिए और अयोध्या में एक चुनावी रैली के दौरान योगी ने कहा, आप सपा अध्यक्ष के 2 महीने के ट्वीट्स को देखिए। इन्होंने जितने भी बयान दिए है। सभी महाकुंभ का विरोध में दिए हैं।
अखिलेश ने महाकुंभ पर सवाल उठाए थे।जिनका जवाब योगी ने मिल्कीपुर में दिया। जब वे BJP प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान के लिए प्रचार करने पहुंचे थे। यहां योगी ने सपा पर सनातन विरोधी होने का आरोप लगाया।
CM योगी के दावों में कितना दम है ये भी जान लेते हैं। अखिलेश यादव के सोशल मीडिया हैंडल पर नजर डालें तो उन्होंने महाकुंभ को लेकर अलग अलग पोस्ट किए हैं। इनमें से कुछ पोस्ट तो महाकुंभ शुरू होने से कई दिन पहले के हैं। जैसे 26 दिसंबर का एक पोस्ट। जिसमें अखिलेश ने पांटून पुल पर सवाल उठाए थे। इसके बाद महाकुंभ के बैनर पोस्टर को भी नहीं छोड़ा। एंट्री गेट के बैनर का वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, यहां काम बाद में होता है नाम पहले। कभी उन्होंने श्रद्धालुओं के रहने खाने की व्यवस्था पर सवाल उठाए। 13 जनवरी। महाकुंभ के पहले ही दिन अखिलेश के सवालों का सिलसिला जारी रहा। ये पहले दिन का पोस्ट देखिए जिसमें अखिलेश ने श्रद्धालुओं का एक वीडियो शेयर करते हुए व्यवस्थाओं की मांग की। अब अखिलेश के इन्ही पोस्ट को लेकर CM योगी ने उन्हें घेर लिया।
महाकुंभ के इंतजामों पर योगी सरकार को कोसने वाले अखिलेश यादव ने खुद भी संगम में डुबकी लगाई। यहां जब उनसे महाकुंभ के इंतजामों पर पूछा गया तो वे बात को घुमाकर संगम की पवित्रता बताने लगे।
महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद सियासत और भी तेज हो गई। अखिलेश यादव ने लोकसभा में बजट सेशन के बीच महाकुंभ भगदड़ पर चर्चा की मांग की और विरोध जताते हुए संसद से वॉकआउट कर दिया। अखिलेश का आरोप है कि सरकार भगदड़ में हुई मौतों के आंकड़े गलत बता रही है।
हालांकि भगदड़ के चार दिन बाद CM योगी खुद महाकुंभ क्षेत्र पहुंचे और श्रद्धालुओं को आश्वासन दिया कि अब सब ठीक है। इस दौरान मेला क्षेत्र में कदम रखते ही योगी ने अधिकारियों की क्लास ले ली। इस दौरान योगी ने भगदड़ वाली रात का पूरा ब्यौरा मांगा। चूक कहां हुई ? क्यों हुई ? घटना के तुरंत बाद क्या कदम उठाए गए ? जैसे तमाम सवाल अधिकारियों से पूछे। CM योगी ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद लोगों से भी मुलाकात की और उनसे फीड बैक भी मांगा।
CM योगी पहले महाकुंभ में भगदड़ वाली जगह पहुंचे। इसके बाद उन्होंने भगदड़ में घायलों से हॉस्पिटल में मुलाकात की। इस दौरान अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि घायलों के इलाज में किसी तरह की लापरवाही ना बरती जाए। इलाज के बाद उन्हें घर पहुंचाने का जिम्मा भी हॉस्पिटल प्रशासन खुद उठाए। बहरहाल महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद CM योगी फुल एक्शन में हैं। CM योगी ने अधिकारियों को साफ निर्देश दे दिए हैं कि अब ऐसी चूक की कोई गुंजाइश ना हो।
Advertisement