दिल्ली चुनाव को लेकर फलोदी सट्टा बाज़ार की बड़ी भविष्यवाणी, जानें कौन किसे देगा मात ?
दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है हालाँकि कांग्रेस भी इस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने का दावा कर रही है। ऐसे में चुनावी परिणाम को लेकर सियासी गलियारों में क़यास लगने शुरू हो है।

देश की राजधानी दिल्ली में भले ही कड़ाके की ठंड पड़ रही हो लेकिन राज्य जा सियासी पारा गरमाया हुआ है। सभी सियासी पार्टीयां अपनी पूरी ताक़त के आठ चुनावी मैदान में उतर चुकी है। दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है हालाँकि कांग्रेस भी इस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने का दावा कर रही है। ऐसे में चुनावी परिणाम को लेकर सियासी गलियारों में क़यास लगने शुरू हो है।
दिल्ली चुनाव को लेकर कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ इस बार त्रिकोणीय मुक़ाबला हो सकता है। साल 2013 से दिल्ली से आम आदमी पार्टी की सरकार है लेकिन इस बार का चुनावी माहौल कुछ अलग है। बीजेपी दिल्ली में केजरीवाल के विजय रथ को रोकने के लिए पूरा ज़ोर लगा रही है। जो कि पिछले 27 साल से दिल्ली की कुर्सी पर क़ाबिज़ होने के इंतज़ार में है। इसी तरह इस बार कांग्रेस भी अपनी पुरानी ज़मीनी मज़बूती को वापिस पाने की कोशिश में जुटी हुई है। इन तमाम राजनीतिक परिस्थिति को देखते हुए राजस्थान के पारंपरिक फलोदी सट्टा बाजार ने भी भविष्यवाणी की है। सट्टा बाज़ार की भविष्यवाणी के मुताबिक़ इस चुनाव में बीजेपी और आप के बीच कड़ी टक्कर हो सकती है। बता दें राजस्थान के फलोदी जिले में स्थित यह सट्टा बाजार अपनी सटीक भविष्यवाणी के लिए मशहूर है। ये बाज़ार किसी भी डेटा का विश्लेषण किए बिना ही अपनी भविष्यवाणी करता है। यह सट्टा बाज़ार अपनी कुछ पिछली राजनीतिक भविष्यवानियों को लेकर ख़ास चर्चाओं में रहा है।
दिल्ली में हो सकता है राजनीतिक उलटफेर
फलोदी सट्टा बाजार को लेकर कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि इस बाज़ार ने दिल्ली में सत्ता परिवर्तन के संकेत दिए है। जिसके अनुसार, दिल्ली में आम आदमी पार्टी साधारण बहुमत के साथ फिर से सरकार बना सकती है। लेकिन बीजेपी से कड़ी चुनौती इस चुनाव में दे रही है। इसकी भविष्यवाणी के अनुसार आप को 30 से 40 सीट मिलने की उम्मीद लगाई गई है। जबकि बीजेपी को 25 से 35 और कांग्रेस को तीन सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है। बताते चले कि दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीट और बहुमत का आंकड़ा 36 होता है। वही पिछले दो चुनाव के नतीजों पर नज़र डाले तो आम आदमी पार्टी ने 2020 में 62 जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव में AAP को 67 सीटें मिली थीं।
गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग बीते मंगलवार को मतदान की तारीख का ऐलान किया गया था। जिसके मुताबिक दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग अगले महीने 5 फरवरी को होगी जबकि वोटों की गिनती 8 फरवरी को होगी। तब जाकर यह साफ होगा की जनता को लुभाने के लिए ताबड़तोड़ वादों की बौछार करने वाले राजनीतिक दलों में जनता का आशीर्वाद किसे प्राप्त होता है।
Advertisement