BJP सांसद अनुराग ठाकुर का 'AAP' पर आरोप, दलित विरोधी है पार्टी
बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने अंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने वाली घटना का भी जिक्र किया।

दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान लिए अब महज 10 दिन से भी कम का समय बचा है। ऐसे में सूबे मने सियासी दलों ने अपने चुनाव प्रचार अभियान को तेज़ कर दिया है। इस दौरान सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच ज़ुबानीजंग लगातार जारी है। इसी कड़ी में अब बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने अंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने वाली घटना का भी जिक्र किया।
दलित विरोधी है AAP की सोच
चुनाव प्रचार में लगे बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, "आम आदमी पार्टी की सोच दलित विरोधी है। मुख्यमंत्री अपने गले की माला निकालकर अंबेडकर जी को पहनाते हैं, लेकिन उनकी पार्टी में दलित विधायक को अपमानित किया जाता है।" अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में दलित महिलाओं के लिए टिकट देने में भेदभाव किया जाता है और अगर कोई दलित महिला टिकट मांगती है, तो उनसे पैसे लिए जाते हैं। इसके अलावा, जब वह अपनी रकम वापस मांगती हैं, तो उनकी पिटाई कराने की धमकी दी जाती है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के दलित नेताओं ने खुद इस पार्टी को दलित विरोधी बताया है। आम आदमी पार्टी में एक भी दलित राज्यसभा सांसद नहीं है और न ही कोई उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी ने 500 दलित बच्चों को विदेश भेजने का वादा किया था। लेकिन, वह वादा पूरा नहीं किया गया। इस तरह एक नहीं, बल्कि अनेकों ऐसी घटनाएं हैं, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि आम आदमी पार्टी एक दलित विरोधी पार्टी है, जिससे दलितों के हितों से कोई सरोकार नहीं है।
कांग्रेस को गिरवी रखा गया है
दिल्ली की जनता को विश्वास दिलाते हुए ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आने पर उनके लिए सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। भाजपा दिल्ली में बिजली के बिलों में सुधार करेगी, गंदे पानी को साफ किया जाएगा और सड़कों की स्थिति बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के पास कांग्रेस को गिरवी रख दिया गया है। उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि जिस व्यक्ति को पहाड़ों में टीशर्ट में भी ठंड नहीं लगती थी, आखिर आज ऐसा क्या हो गया कि वो रजाई से भी बाहर नहीं निकल रहे हैं। ऐसी कौन सी बात है कि वो रैली करने से भी घबरा रहे हैं। शामियाने के अंदर केवल टेंट लगाने वाले ही नजर आ रहे हैं। कांग्रेस के कार्यकर्ता हताश हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस दलितों को मिलने वाले आरक्षण को समाप्त करने के बारे में सोच रही है, वहीं दूसरी तरफ केजरीवाल भी उसी रास्ते पर चल पड़े हैं।
ग़ौरतलब है कि दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को एक चरण में मतदान होगा। नतीजों की घोषणा 8 फरवरी को होगी।
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