इंडोनेशिया के जयाविजया प्रांत में रहने वाली डानी जनजाति (Dani Tribe) की इकिपालिन प्रथा सदियों तक महिलाओं के लिए पीड़ा और डर का कारण बनी रही। इस अमानवीय परंपरा के तहत, परिवार में किसी की मृत्यु के बाद महिलाओं की उंगलियां काट दी जाती थीं, जिसे शोक मनाने का तरीका माना जाता था।
-
स्पेशल्स16 Dec, 202411:45 PMपरिवार में मौत के बाद यहां क्यों काट दी जाती हैं महिलाओं की उंगलियां, जाने क्या है ये खौफनाक परंपरा
-
स्पेशल्स16 Dec, 202401:42 PMकिस धातु से बनते हैं भारतीय सिक्के? जानिए सिक्कों की निर्माण सामग्री का विज्ञान
क्या आप जानते हैं कि भारत में सिक्कों की ढलाई मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता और नोएडा की टकसालों में होती है? हर टकसाल के सिक्कों पर एक खास निशान होता है, जैसे हैदराबाद के सिक्कों पर सितारा और मुंबई के सिक्कों पर डायमंड।
-
स्पेशल्स15 Dec, 202411:56 PMकई देशों के नाम के आखिर में लगा होता है 'स्तान' जानिए इसके पीछे की दिलचस्प कहानी
क्या आपने कभी गौर किया है कि मध्य और दक्षिण एशिया के कई देशों के नामों के अंत में ‘स्तान’ शब्द जुड़ा होता है, जैसे पाकिस्तान, अफगानिस्तान, कजाखस्तान, तुर्कमेनिस्तान आदि? यह सिर्फ एक संयोग नहीं है, बल्कि इसके पीछे इतिहास, संस्कृति और भाषाई विकास की एक बेहद रोचक कहानी छिपी हुई है। आइए, इसे समझते हैं विस्तार से।
-
स्पेशल्स15 Dec, 202411:02 PMसऊदी अरब में मस्जिदें तोड़ने का कानून, जानें भारत से कैसे अलग है नियम?
सऊदी अरब में मस्जिदों को विकास के लिए तोड़े जाने का मामला चर्चा में है। यहां मक्का और मदीना के आसपास धार्मिक स्थलों को ध्वस्त कर बड़े स्तर पर निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य तीर्थयात्रियों की सुविधा बढ़ाना है। वहीं, भारत में उपासना स्थल अधिनियम, 1991 के तहत मस्जिदों और अन्य धार्मिक स्थलों को 15 अगस्त 1947 की स्थिति में बनाए रखना अनिवार्य है।
-
स्पेशल्स14 Dec, 202406:08 PMआपके आसपास पनप रहा इतना बड़ा खतरा, नहीं संभले तो खत्म हो जाएगा हिंदुत्व | Ashwini Upadhyay
Supreme court के अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने आम लोगों से बातचीत के दौरान कई अहम खुलासे किए है। उन्होंने धाकड़ अंदाज में मुस्लिम कट्टरपंथियों पर जमकर हमला बोला। घुसपैठियों से किस तरह का खतरा है। उसके बारे में लोगों को जागरुक किया। इसके साथ ही साथ देश में किस तरह से युवाओं को बर्गलाया जा रहा है। उसकी भी जानकारी दी।
-
स्पेशल्स14 Dec, 202403:03 PMदुनिया में हिजाब को लेकर सख्त नियम, जानें कौन सा देश है सबसे कठोर
ईरान ने हाल ही में एक नया हिजाब कानून लागू किया है, जिसमें हिजाब न पहनने पर महिलाओं को 15 साल की जेल से लेकर सजा-ए-मौत तक की सख्त सजा का प्रावधान है। यह कानून 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद लागू सख्त नियमों का विस्तार है।
-
स्पेशल्स13 Dec, 202406:57 PMVijay Diwas 2024: जब 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारत के आगे कर दिया था आत्मसमर्पण, मान ली थी हार
पाकिस्तान से भागकर आए शरणार्थियों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि भारत पर भारी सामाजिक और आर्थिक दबाव पड़ने लगा। प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस समस्या को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाया, लेकिन जब पाकिस्तान की आक्रामकता कम नहीं हुई, तो भारत ने सैन्य हस्तक्षेप का फैसला किया। 3 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान ने भारत के हवाई अड्डों पर हमला कर दिया। इसके जवाब में भारतीय सेना ने युद्ध का ऐलान कर दिया। इस युद्ध में तीनों सेनाओं—थल सेना, वायु सेना और नौसेना ने अद्वितीय समन्वय का प्रदर्शन किया।
-
स्पेशल्स12 Dec, 202405:07 PMजज के खिलाफ संसद में महाभियोग कैसे लाया जाता है? जानें जज को हटाने की पूरी प्रक्रिया
किसी जज के खिलाफ महाभियोग भारतीय न्यायपालिका और लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह प्रक्रिया संविधान के अनुच्छेद 124(4) और 218 के तहत लागू होती है, जिसमें संसद में विशेष बहुमत से प्रस्ताव पारित कर जज को हटाया जा सकता है। हाल ही में जस्टिस शेखर कुमार यादव के विवादित बयान के बाद उनके खिलाफ महाभियोग की मांग उठी है।
-
स्पेशल्स12 Dec, 202411:52 AMजानिए तलाक के बाद संपत्ति और गुजारा भत्ता को लेकर क्या कहता है हमारा कानून?
बेंगलुरु के AI इंजीनियर अतुल सुभाष मोदी के सुसाइड केस ने तलाक और गुजारा भत्ता (एलिमनी) के कानूनों पर एक बड़ी बहस छेड़ दी है। 24 पन्नों के सुसाइड नोट और डेढ़ घंटे के वीडियो में अतुल ने पत्नी निकिता और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए। इस केस ने तलाक के बाद गुजारा भत्ता, संपत्ति में हिस्सेदारी और सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों पर चर्चा को नया आयाम दिया है। जानिए, कोर्ट के 8 अहम फैक्टर्स जो एलिमनी की रकम तय करने में मदद करते हैं।
-
स्पेशल्स11 Dec, 202411:53 PMहर साल 73% पुरुष करते हैं आत्महत्या, जाने कौन है जिम्मेदार, समाज या मानसिक दबाव?
आधुनिक जीवनशैली, मानसिक दबाव और सामाजिक अपेक्षाओं के बीच पुरुष आत्महत्या के आंकड़े एक गहरी चिंता का विषय बन गए हैं। हाल ही में बेंगलुरु के AI इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या ने इस गंभीर समस्या पर देश का ध्यान खींचा। यह मामला सिर्फ एक घटना नहीं है, बल्कि समाज में गहराई तक पैठी उस समस्या का प्रतीक है जिसे लंबे समय तक अनदेखा किया गया है, क्योंकि हर साल हजारों पुरुष ऐसी परिस्थितियों का सामना करते हुए अपनी जान गंवा देते हैं।
-
स्पेशल्स08 Dec, 202401:37 AM16 साइके एस्टेरॉयड, जो धरती के हर इंसान को बना सकता है अरबपति
सौरमंडल में एक अद्भुत एस्टेरॉयड, 16 साइके, मंगल और बृहस्पति के बीच स्थित है। यह एस्टेरॉयड न केवल आकार में विशाल है, बल्कि इसमें सोना, प्लैटिनम और लोहा जैसी बहुमूल्य धातुएं प्रचुर मात्रा में पाई जाती हैं। इसकी कुल मूल्यवृद्धि इतनी अधिक है कि यदि इसे पृथ्वी पर लाया जाता है, तो यह हर इंसान को अरबपति बना सकता है।
-
स्पेशल्स08 Dec, 202412:52 AMक्या है प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991? जिस पर 12 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट लेगा बड़ा फैसला लेगा?
प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991, जो धार्मिक स्थलों की 1947 की स्थिति को बनाए रखने के लिए लाया गया था, अब विवादों में है। सुप्रीम कोर्ट 12 दिसंबर को इस कानून की संवैधानिक वैधता पर सुनवाई करेगा। हिंदू पक्षों ने दावा किया है कि कई मस्जिदें प्राचीन मंदिरों को तोड़कर बनाई गई हैं और इनका सर्वेक्षण किया जाना चाहिए।
-
स्पेशल्स06 Dec, 202410:49 PMक्या है नॉर्मेलाइजेशन सिस्टम और क्यों हो रहा है इसका विरोध?
नॉर्मेलाइजेशन सिस्टम विभिन्न दिनों और पालियों में आयोजित होने वाली परीक्षाओं के परिणामों में समानता लाने के लिए लागू किया जाता है। नॉर्मेलाइजेशन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विभिन्न पाली में अलग-अलग प्रश्न पत्रों के कारण उत्पन्न होने वाले कठिनाई स्तर के भेद को समाप्त किया जा सके।
-
स्पेशल्स03 Dec, 202401:00 AM2 करोड़ में नीलाम हुआ था हिटलर का ‘मौत का टेलीफोन',जानिए इसका डरावना इतिहास
यह टेलीफोन हिटलर के आदेशों का सजीव गवाह था, जिससे लाखों लोगों की मौत का रास्ता तय हुआ। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, हिटलर ने इसी फोन का उपयोग कर खतरनाक आदेश दिए थे। इसे ‘मौत का फोन’ कहा जाता है।
-
स्पेशल्स02 Dec, 202404:47 PMNational Pollution Control Day 2024: भोपाल गैस त्रासदी से सीखें पर्यावरण संरक्षण का महत्व
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस (National Pollution Control Day) हर साल 2 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन 1984 में हुई भोपाल गैस त्रासदी की याद में मनाया जाता है, जो दुनिया की सबसे भयानक औद्योगिक दुर्घटनाओं में से एक थी। इस दिन का उद्देश्य लोगों को प्रदूषण के खतरों के प्रति जागरूक करना और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करना है।