महाकुंभ 2025 में हरियाणा के हिसार से महंत इंद्र गिरी महाराज पहुंचे हैं। उनके इस मेले में आने से हर कोई हैरान है। दरअसल, 4 साल पहले ही इंद्र गिरी महाराज के दोनों फेफड़े करीब 97 प्रतिशत तक खराब हो चुके हैं। वह डॉक्टर के सलाह पर ऑक्सीजन पर चल रहे हैं। उनको सलाह दी गई है कि वह कहीं भी बाहर न जाए। लेकिन उसके बावजूद अपनी आस्था और इच्छा शक्ति से यहां पहुंचे हैं।
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महाकुंभ 202529 Dec, 202401:30 PMMahakumbh 2025: 97 प्रतिशत तक दोनों फेफड़े डैमेज, 3 शाही स्नान तक रहेंगे! महाकुंभ में ऑक्सीजन सपोर्ट पर पहुंचे इंद्र गिरी महाराज
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न्यूज29 Dec, 202410:23 AMमहाकुंभ का निमंत्रण देने के लिए दिल्ली पहुंचे CM योगी, देखिए किन नेताओं से की मुलाक़ात
मुख्यमंत्री योगी देश की राजधानी दिल्ली पहुंचे। जहां उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मिजोरम के राज्यपाल जनरल वीके सिंह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 के लिए उन्हें आमंत्रित भी किया।
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न्यूज29 Dec, 202409:42 AMमहाकुंभ 2025 के लिए रेलवे ने कर ली बड़ी तैयारी, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चलेंगी हज़ारों ट्रेन
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को भव्य और दिव्य बनाने के लिए यूपी की योगी सरकार हर मुमकिन प्रयास कर रही है। वही दूसरी तरफ़ भारतीय रेलवे ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बड़ा फ़ैसला लिया है। इसको लेकर विशेष रूप से उत्तर मध्य रेलवे, ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
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महाकुंभ 202527 Dec, 202405:41 PMमहाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मेला क्षेत्र में लगाए जाएंगे 800 साइनेजेस
महाकुंभ में देश के अलग-अलग प्रांतों से करोड़ों लोग आएंगे। इसके अतिरिक्त दुनिया के कई अन्य देशों से भी श्रद्धालु यहां संगम में आस्था की डुबकी लगाने और पुण्य कमाने के लिए आएंगे। ऐसे में भाषायी समस्या न आने पाए, इसका विशेष ध्यान रखा गया है। इसी क्रम में पीडब्ल्यूडी ने सीएम योगी के निर्देश पर विभिन्न भाषाओं में साइनेजेस स्थापित किए हैं। इसमें हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं के साथ अन्य राज्यों की भाषाओं को भी प्रमुखता दी गई है।
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न्यूज27 Dec, 202411:27 AMकौन हैं और कहां से आए हैं महाकुंभ में पहुंचे रुद्राक्ष वाले बाबा | Maha Kumbh 2025
राष्ट्र और सनातन के लिए अपनी 'तपस्या' के हिस्से के रूप में 'रूद्राक्ष बाबा' ने 925 मालाओं में 1.25 लाख 'रुद्राक्ष' पूरा करने का प्रण लिया है। उनके सर पर टिके इस रुद्राक्ष के पहाड़ का भार लभगग 45 किलो है। अपने अलग वेश-भूषा के कारण वो आकर्षण का केंद्र बने हुए है।