भारत के अखाड़े केवल धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र नहीं हैं, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण संस्थान हैं। जूना अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा, महानिर्वाणी अखाड़ा जैसे प्रमुख अखाड़ों के पास अकूत संपत्ति है। ये संपत्तियां मुख्य रूप से भूमि, भवन, मंदिरों और चढ़ावे के माध्यम से आती हैं। प्रयागराज के बाघंबरी गद्दी मठ से लेकर हरिद्वार के विशाल मठों तक, इन अखाड़ों का प्रभाव देश के विभिन्न हिस्सों में फैला हुआ है।
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महाकुंभ 202512 Jan, 202511:49 PMकौन सा अखाड़ा है सबसे धनी? जानिए कहां से आता है अखाड़ों के पास इतना पैसा?
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महाकुंभ 202512 Jan, 202511:29 PMनियमों का उल्लंघन करने पर साधुओं को मिलती है कड़ी सजा, जानें क्या है अखाड़ों के नियम?
13 जनवरी 2025 से संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ मेले का शुभारंभ होने जा रहा है। हर 12 साल में आयोजित होने वाला यह मेला न केवल धार्मिक महत्व का है, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक परंपराओं का भी अभूतपूर्व संगम है। इस महायोग के दौरान लाखों श्रद्धालु, साधु-संत, और अखाड़ों के सदस्य यहां इकट्ठा होते हैं।
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न्यूज11 Jan, 202505:02 PMयोगी की ये फोर्स इतनी खतरनाक है कि गुंडे, दंगाईयों को 1 मिनट में ठोक कर ठीक कर देंगें
महाकुंभ से पहले प्रयागराज की सुरक्षा में कमांडोज निगहबानी कर रहे हैं। UP एसटीएफ, ATS और NSG ने ऐसी तैयारी की है कि अपराधी थर थर कांपेंगे।
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महाकुंभ 202511 Jan, 202512:42 PMYogi की ये फोर्स इतनी खतरनाक है कि गुंडे, दंगाईयों को 1 मिनट में ठोक कर ठीक कर देंगें
Mahakumbh से पहले Prayagraj की सुरक्षा में कमांडोज निगहबानी कर रहे हैं. UP एसटीएफ, ATS और NSG ने ऐसी तैयारी की है कि अपराधी थर थर कांपेंगे.
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राज्य16 Dec, 202402:37 AMनागा साधु के जीवन का रहस्य जानिए ख़ुद नागा साधु से
सनातन धर्म में महाकुंभ का बहुत अधिक महत्व होता है. प्रयागराज में महाकुंभ लगने वाला है. इस साल 13 जनवरी 2025 से लेकर 26 फरवरी 2025 तक महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा..जिसमें साधु-संतों सहित नागा साधुओं का भी आगमन हो चुका है..