Kadak Baat : भ्रष्टाचारी IAS के खिलाफ सीएम योगी को धाकड़ एक्शन, धांधली के आरोप में कर दिया सस्पेंड
यूपी में भ्रष्टाचार के खिलाफ सीएम योगी ने बड़ा एक्शन लिया है. पट्टों में धांधली के आरोप में IAS को सस्पेंड कर दिया है ।

- सीएम योगी ने यूपी के आईएएस अफसर देवी शरण उपाध्याय को सस्पेंड कर दिया है
- IAS देवी शरण उपाध्याय पर अलीगढ़ में पट्टों के आवंटन में अनियमितता का आरोप है
- देवी शरण पर अलीगढ़ में जमीनों के पट्टे के मामले में गलत ढंग से आदेश देने का आरोप लगा है
- देवीशरण पर अलीगढ़ में 35 भूखंडों के पट्टों को मनमाने तरीके से बहाल करने का
आरोप है
अलीगढ़ जिला प्रशासन ने इन पट्टों को नियम विरुद्ध दिए जाने पर खारिज करने की संस्तुति की थी बाद में यह मामला राजस्व परिषद में चला गया था
देवी शरण उपाध्याय खुलेतौर पर भ्रष्टाचार को तब अंजाम दे रहे थे, जब सीएम योगी भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते हैं और आरोपियों पर ना सिर्फ कानूनी कार्रवाई की जा रही है बल्कि उनके अवैध साम्राज्य पर बुलडोजर तक दौड़ाया जा रहा है।इसी जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत IAS देवी शरण उपाध्याय को सस्पेंड किया गया है, इसके साथ ही इस मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी बना दी गई है।तो कैसे इस पूरे मामले की शुरूआत हुई, कैसे अफसर का घोटाला पकड़ में आया। चलिए विस्तार से पूरा मामला बताते हैं, दरअसल IAS अफसर देवी शरण उपाध्याय के ऊपर मनमाने ढ़ंग से जमीन पट्टों को आवंटित कर रहे थे,इसकी शिकायत उपर तो पहुंची। जांच हुई तो मामला उजागर होने के बाद सीएम योगी ने तुरंत एक्शन के आदेश दे दिए.,चलिए ये भी बताते हैं कि
कौन हैं देवी शरण उपाध्याय ?
- देवी शरण उपाध्याय साल 2012 बैच के IAS अधिकारी हैं
- देवी शरण की तैनाती साल 2022 में सदस्य न्यायिक राजस्व परिषद प्रयागराज में की गई थी
- देवी शरण पर अलीगढ़ में 35 भूखंडो में पट्टों को मनमानी तरीके से बहाल करने का आरोप है
- शिकायत मिलने के बाद पहले देवी शरण को वेटिंग में रखा गया. लेकिन अब निलंबित कर दिया गया है
पुलिस महकमें में योगी सरकार की सख्ती ने हड़कंप मचा दिया है।वैसे भी जबसे योगी आदित्यनाथ सत्ता में आए हैं, तबसे यूपी में गुंडे बदमाशों के साथ साथ भ्रष्टाचार पर नकेल कसी जा रही है। ये बात भी लोकसभा चुनाव में सीटें कम होने के बाद सामने आई है कि अफसरों की मनमानी और भ्रष्टाचार की वजह से बीजेपी को नुकसान पहुंचा है। बीजेपी की बैठकों में तमाम नेताओं ने योगी आदित्यनाथ के सामने इन मुद्दों को उठाया और उसके बाद योगी के धाकड़ एक्शन की खबरें सामने आ गई।