दिल्ली विधानसभा में 13 कैग रिपोर्ट पेश न कर किसे बचा रही बीजेपी, कांग्रेस ने लगाया आरोप
नई सरकार के पहले विधानसभा सत्र में चल रही कारवाई के दौरान सदन में कांग्रेस का कोई भी सदस्य नही है बावजूद इसके कांग्रेस सदन के बाहर से ही राजनीतिक मुद्दों की आंच को बढ़ाई हुई है।

दिल्ली में भले ही विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद नई सरकार बन गई हो लेकिन सूबे का सियासी तापमान अभी भी बढ़ा हुआ है। नई सरकार के पहले विधानसभा सत्र में चल रही कारवाई के दौरान सदन में कांग्रेस का कोई भी सदस्य नही है बावजूद इसके कांग्रेस सदन के बाहर से ही राजनीतिक मुद्दों की आंच को बढ़ाई हुई है। दरअसल, दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने गुरुवार को कहा कि शराब घोटाले पर कैग रिपोर्ट पर विधानसभा में विस्तृत चर्चा कराने में भाजपा सरकार की विफलता और अन्य 13 कैग (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) रिपोर्ट को पेश करने की उसकी अनिच्छा आम आदमी पार्टी के साथ मिलीभगत का संकेत है।
बीजेपी की मिलीभगत
देवेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले प्रदेश कांग्रेस ने चेतावनी दी थी कि 'आप' विधायक विधानसभा सत्र को बाधित करेंगे, ताकि भाजपा सरकार के कैग रिपोर्ट पेश करने के कदम को रोका जा सके।उन्होंने आरोप लगाया कि शराब घोटाले पर कैग रिपोर्ट पर विस्तृत चर्चा करने में भाजपा सरकार की अनिच्छा से यह स्पष्ट है कि शराब माफिया की उदारता का लाभ भाजपा को भी मिला है।कांग्रेस नेता ने कहा कि विधानसभा में शेष 13 कैग रिपोर्ट पेश न करना भाजपा की 'आप' के साथ मिलीभगत को भी उजागर करता है।
रिपोर्ट को लेकर विफल रही बीजेपी
देवेंद्र यादव ने आगे कहा कि शराब घोटाले पर 25 फरवरी को कैग रिपोर्ट पेश करने के बाद नई भाजपा सरकार गुरुवार को विधानसभा में लंबित कैग की शेष 13 रिपोर्ट पेश करने में विफल रही। इस रिपोर्ट में शराब नीति के क्रियान्वयन में अरविंद केजरीवाल सरकार के 2,002 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार को उजागर किया गया था।यादव ने कहा कि यह सभी को पता है कि दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य पर केजरीवाल के उदय के पीछे आरएसएस का हाथ है। इसलिए नई भाजपा सरकार कैग रिपोर्ट को सार्वजनिक जांच से छिपाने के लिए 'आप' के साथ मिलीभगत कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार 'आप' के साथ सांठगांठ करके और 'आप' विधायकों को विधानसभा से निलंबित करके जनता को मूर्ख बना रही है। यादव ने कहा कि भ्रष्ट 'आप' नेताओं को बचाने के लिए कैग रिपोर्ट के शेष भाग को सदन में रखे बिना वर्तमान विधानसभा सत्र को समाप्त किया जा सकता है। यह गंभीर चिंता का विषय है कि सरकार बनने के छह दिन के अंदर ही भाजपा विधायक अपना असली चेहरा दिखा रहे हैं।
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