कौन है Nighat Abbad जो कभी Yogi को प्रधानमंत्री बनते देखना चाहती थीं अब उनकी विरोधी हो गईं ?
कभी मोदी सरकार और योगी सरकार के लिए कांग्रेस से लड़ने वालीं बीजेपी प्रवक्ता निघत अब्बास दिल्ली चुनाव के बीच खुद हो गईं कांग्रेसी, देखिये योगी के खिलाफ क्या बोल रही हैं !

देश की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी ये दावा तो करती है कि चुनावों में मुसलमानों का भी समर्थन उसे मिलने लगा है। अब बीजेपी के इस दावे में कितनी सच्चाई है। ये तो फिलहाल बीजेपी ही जानती है। लेकिन हां। इतना जरूर है कि बीजेपी के साथ जुड़ने वाले मुसलमानों में भी तीन तरह के मुसलमान हैं।
पहली तरह का मुसलमान वो है जो सालों से पार्टी के साथ हैं पार्टी का जनाधार बढ़ा सकें या नहीं लेकिन खुद ईमानदारी से पार्टी के साथ रहते हैं हर परिस्थिति में जिनमें मुख्तार अब्बास नकवी, शहनवाज हुसैन जैसे नेता आते हैं।
दूसरी तरह के मुसलमान वो हैं जो पढ़ा लिखा राष्ट्रवादी और समझदार तबका है लेकिन भाजपा को अब तक नहीं समझा था अब शायद पीएम मोदी के काम से प्रभावित होकर बीजेपी के करीब आ रहा है। जिनमें कश्मीर की रहने वालीं शेहला राशिद आती हैं।और तीसरे तरह के मुसलमान वो हैं जिन्हें मौकापरस्त कहा जाता है जो मौका देखते ही पार्टी बदल लेते हैं। कुछ ऐसी ही नेता हैं निघत अब्बास।जो कभी बुरका और नकाब पहन कर बीजेपी के लिए बैटिंग किया करती थीं।और मोदी के बाद योगी को प्रधानमंत्री बनते देखना चाहती थीं।
कभी योगी को देश का प्रधानमंत्री बनते देखना चाहती थीं निघत अब्बास। लेकिन अब योगी के बटेंगे तो कटेंगे बयान से उन्हें चिढ़ होने लगी है।और इस कदर चिढ़ होने लगी है कि बीजेपी छोड़ कर कांग्रेस में चली गईं।
कभी योगी आदित्यनाथ में भविष्य का प्रधानमंत्री देखने वालीं निघत अब्बास अब योगी के बटेंगे तो कटेंगे बयान पर ही सवाल उठा रही हैं।और ये क्यों कर रही हैं।ये आप निघत अब्बास के पीछे नजर आ रहे कांग्रेसी झंडे को देख कर समझ सकते हैं। क्योंकि दिल्ली चुनाव के बीच निघत अब्बास बीजेपी छोड़ कर कांग्रेस में चली गई हैं।और अब वो भाजपाई नहीं।कांग्रेसी हो गई हैं।
ये वही निघत अब्बास हैं।जो बीजेपी में रहते हुए चीख चीख कर कहा करती थीं कि मोदी राज में मुसलमान सुरक्षित हैं। और आज कांग्रेसी होते ही उन्हें लगने लगा है कि मोदी राज में मुसलमान खतरे में हैं।जबकि बीजेपी में रहते हुए निघत अब्बास खुद मुस्लिमों के खिलाफ कैसे कैसे बयान देती थीं। जरा वो भी सुन लीजिये।
जब तक निघत अब्बास बीजेपी में रहीं।यही मोदी सरकार मुसलमानों के लिए सबसे अच्छी सरकार थी। जैसे ही उन्होंने बीजेपी छोड़ी। उनकी नजर में यही मोदी सरकार मुसलमान की सबसे बड़ी दुश्मन बन गई है।इसीलिये अपनी कौम की सेवा करने के लिए अब वो कांग्रेस में चली गई हैं।
एक वक्त था जब यही निघत अब्बास बुरका पहन कर बीजेपी के लिए कांग्रेस से लड़ती थीं।क्योंकि बीजेपी ने उन्हें प्रवक्ता बनाया हुआ था।लेकिन लगता है दिल्ली चुनाव में बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसीलिये नाराज होकर पार्टी ही छोड़ दी।और अब कांग्रेस में जाकर बीजेपी के खिलाफ बैटिंग करने लगीं हैं।
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