महिलाओं" की सुरक्षा से समझौता नहीं ! लापरवाही होने पर सिपाही,डिप्टी,एसपी तक को देनी होगी जवाबदेही- CM Yogi
17 सितंबर से हिंदू धर्म में कई त्यौहारों की शुरुआत हो रही है। जिनमें दीपावली, शारदीय नवरात्र,छठ पूजा और पितृ पक्ष जैसे कई बड़े त्यौहार शामिल है। इन त्यौहारों में प्रदेश की सुरक्षा को लेकर सीएम योगी ने ये बैठक की।

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath) ने आने वाले त्यौहारों से पहले अधिकारियों की बैठक ली। योगी ने सभी अधिकारियों को सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर दिशा निर्देश दिए। बता दें कि 17 सितंबर से कई बड़े त्यौहारों की शुरुआत हो रही है। जिसमें शुरुआत अनंत चतुर्दशी से यानि गणेश उत्सव से हो रही है। उसके बाद पितृ पक्ष, 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र फिर विजयादशमी,दीपावली और छठ जैसे कई बड़े हिन्दू त्यौहार पड़ने वाले हैं। जिसको लेकर पुलिस-प्रशासन से लेकर कई विभागों के अधिकारियों को 24*7 अलर्ट मोड पर रहना होगा। हर त्यौहार शांतिपूर्वक और सौहार्दपूर्ण संपन्न हो। इसी वजह से सीएम योगी ने ये बैठक की।
सीएम योगी ने अधिकारियों को क्या कुछ दिशा निर्देश दिए ।
सीएम योगी ने कहा कि हाल के कुछ वर्षों में सभी त्यौहार बेहतर कानून-व्यवस्था,सतत संवाद और सभी वर्गो का परिणाम है। जो शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हो रहे हैं। बेहतर टीम और जन सहयोग का यह कर्म जारी रहेगा। हर पर्व शांति और सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न हो। इसके लिए स्थानीय जरूरत को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास पूरी किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों पर जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कड़ाई से पेश आए। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ कठोरता से निपटे। शरारती तत्व दूसरे संप्रदाय के लोगों को बिना वजह उकसाने की कोशिश कर सकते हैं। पिछले अनुभवों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा का इंतजाम किया जाए।
माताओं बहनों और बेटियों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। इसमें किसी प्रकार से समझौता नहीं किया जाएगा। लव जिहाद,चेन स्नेचिंग, ईवटीजिंग की किसी भी प्रकार की सूचना पर तुरंत एक्शन होना चाहिए। महिला पुलिस बीट अधिकारियों को एक्टिव रखें। पेट्रोलिंग जारी रहनी चाहिए। महिला सुरक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही पर सिपाही,डिप्टी, एसपी तक को जवाबदेही देनी होगी। हम शासन स्तर पर हर जिले की हर दिन समीक्षा हो रही है। जनपदों की हर घटना की अधिकारी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। ऐसा ही प्रयास जो़न और रेंज स्तर के अधिकारियों द्वारा प्रभार के क्षेत्र में रहना चाहिए। सभी पुलिस कमिश्नर हर दिन डीजीपी को अपनी रिपोर्ट दें।
भारत सरकार योजनाओं के लिए बजटीय आवंटन के लिए बेहतर काम कर रही है। जो राज्य जिस प्रकार से जितना बेहतर काम करेगा। उसे उसी प्रकार सहयोग दिया जाएगा। सभी अपर मुख्य सचिव/मुख्य सचिव अपने विभागीय मंत्री के साथ में भारत सरकार के संबंधित कार्यालय में बातचीत कर केंद्रीय योजनाओं में प्रदेश की भूमिका बढ़ाए। ज़िले से लेकर तहसील और गांव स्तर पर सभी की सुनवाई होनी चाहिए। IGRS और सीएम हेल्पलाइन से मिलने वाली सभी शिकायतों का भी निस्तारण होना चाहिए। पीड़िता की मनोदशा को समझें और भावना का सम्मान के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ काम करें। शिकायतकर्ता की संतुष्टि और उसका फीडबैक अधिकारियों के प्रदर्शन के मानक होगा।
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