शिवसेना यूबीटी के बदले सुर फडणवीस की प्रशंसा के बाद अब 'सामना' में केजरीवाल पर दिया चौंकाने वाला बयान
केजरीवाल के पूर्व सरकार आवास को बीजेपी ने शीशमहल का क़रार देते हुए लगातार हमला किया तो इसी मुद्दे पर कांग्रेस ने भी उन्हें जमकर घेरा था। वही अब दिल्ली से सैकड़ों किलोमीटर दूर महाराष्ट्र से भी केजरीवाल के ऊपर आवास को लेकर बड़ा हमला किया गया है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए एक तरफ़ सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पुनः सत्ता में वापसी के लिए अपने नेताओं की फ़ौज के साथ दिल्ली के अलग-अलग इलाक़ों का दौरा कर चुनाव प्रचार में जुटे हुए है तो वही दूसरी तरफ़ केजरीवाल पर विपक्ष की बीजेपी समेत अब वो पार्टियां भी उनके पूर्व सरकार आवास को लेकर ज़ुबानी हमला बोल रही है। जिन पार्टी के दिग्गज नेताओं के साथ केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन में शामिल होते हुए मंच साझा किया था। केजरीवाल के पूर्व सरकार आवास को बीजेपी ने शीशमहल का क़रार देते हुए लगातार हमला किया तो इसी मुद्दे पर कांग्रेस ने भी उन्हें जमकर घेरा था। वही अब दिल्ली से सैकड़ों किलोमीटर दूर महाराष्ट्र से भी केजरीवाल के ऊपर आवास को लेकर बड़ा हमला किया गया है।
वादा पूरा करने में केजरीवाल हुए फ़ेल: सामना
दरअसल, शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। ‘सामना’ में कहा गया है कि केजरीवाल ने दिल्ली की जनता के हितों पर कुठाराघात किया है। केजरीवाल ने मुख्यमंत्री रहते हुए जनता के हितों की अनदेखी करते हुए अपने लिए करोड़ों का शीशमहल बनवा लिया, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है। ‘सामना’ में कहा गया है कि केजरीवाल सरकार अपने वादों को पूरा करने में विफल साबित हुई। उन्होंने दिल्ली की जनता को जो सुविधाएं देने का दावा और वादा मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होने से पहले किया था। बड़े अफसोस की बात है कि वो उन दावों और वादों को पूरा करने में विफल साबित हुए और दिल्ली की जनता यह सबकुछ देख रही है।
कांग्रेस और आप खेल रही फ्रीस्टाइल कुश्ती
इतना ही नहीं, ‘सामना’ के संपादकीय में दिल्ली के विधानसभा चुनाव की तुलना मौत से की गई है। कहा गया है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव अब दोनों पार्टियों के लिए जिंदगी और मौत का खेल बन चुका है। ऐसी स्थिति में यह देखना दिलचस्प रहेगा कि दिल्ली की राजनीति की दिशा व दशा कैसी रहती है।‘सामना’ ने अपने संपादकीय में कहा है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मिलकर लड़ा था। लेकिन, अब दिल्ली का विधानसभा चुनाव दोनों ही पार्टियां फ्रीस्टाइल कुश्ती के तौर पर लड़ रही है।
'सामना' ने की थी फडणवीस की प्रशंसा
बता दें कि इससे पहले उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना ने अपने संपादकीय ‘सामना’ में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तारीफ करके प्रदेश की राजनीतिक में कई बड़े संकेत दे दिए थे। ‘सामना’ ने अपने संपादकीय में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कई कार्यों का उल्लेख कर उनकी तारीफ की थी। 'सामना' ने अपने लेख में लिखा था कि नए साल की शुरुआत में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गढ़चिरौली जिले को विकास की नई दिशा देने का संकल्प लिया। जब बाकी मंत्रिमंडल के मंत्री विशेष जिलों और मलाईदार महकमों की तलाश में थे, मुख्यमंत्री फडणवीस ने गढ़चिरौली का दौरा किया और वहां कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया था।'सामना' में आगे कहा गया था कि मुख्यमंत्री ने इस दौरान गढ़चिरौली के विकास के नए युग की शुरुआत की बात कही। मुख्यमंत्री का कहना था कि अगर यह विकास योजनाएं सफल होती हैं, तो यह न केवल गढ़चिरौली, बल्कि पूरे महाराष्ट्र के लिए एक सकारात्मक कदम होगा। विशेष रूप से गढ़चिरौली के गरीब आदिवासी समुदाय के लिए यह एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
बता दें कि फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। ऐसे में अभी से ही दोनों पार्टियां चुनाव प्रचार में जुट गई है। दिल्ली की राजनीति में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच माना जा रहा है। इस बीच कांग्रेस की ने भी इस चुनाव में अपनी दावेदारी मज़बूती से पेश करते हुए इस चुनाव में जीत का दावा कर रही है। बहरहाल, सबसे ज़्यादा इस चुनाव में हार डाल आम आदमी पार्टी और केजरीवाल के घेरने में लगे हुए है।
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