रद्द की जाए राहुल गांधी की सांसदी, गिरिराज सिंह का बड़ा बयान
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा और बयानों को लेकर हमला बोला, गिरिराज ने कहा राहुल की सांसदी रद्द की जानी चाहिए क्योंकि वो भारत के दुश्मनों की तारीफ़ कर रहें हैं, इसके अलावा भारत विरोधियों से मिल रहें हैं, विस्तार से जानिए पूरी ख़बर ।

अमेरिका में राहुल ने भारत को किया बदनाम
लोकसभा के नतीजों के बाद राहुल ऐसी राजनीति करने पर उतारू हैं कि पूछना ही क्या। अमेरिका में उन्होंने देश की राजनीति, अर्थव्यवस्था, रोजगार, चीन, और आरएसएस के मुद्दों पर ऐसे आरोप लगाए कि सुनने के बाद दुनिया यही कहेगी कि भारत में कुछ भी अच्छा नहीं है।
भारतीय राजनीति में प्यार, सम्मान और विनम्रता गायब है। भारत में रोजगार नहीं है, चीन में रोजगार की समस्या नहीं है, और आरएसएस-बीजेपी पर चीज़ों पर क़ब्ज़ा कर रही हैं।
अच्छी बात है कि नेता प्रतिपक्ष होने के नाते राहुल गांधी बेरोज़गारी की बात करें, प्यार, सम्मान और विनम्रता की बात करें, लेकिन अमेरिका में खड़े होकर राहुल जब यह बोल रहे हैं तो वे क्या संदेश देना चाहते हैं, यही सवाल अब देश पूछ रहा है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तो यहां तक कह दिया है कि राहुल पर देशद्रोह का मुक़दमा चलाना चाहिए और उनकी सदस्यता रद्द कर देनी चाहिए। गिरिराज सिंह का मानना है कि राहुल गांधी भारत के बाहर जाकर भारत को ही गाली दे रहे हैं और दुश्मन देशों की तारीफ कर रहे हैं।
गौरतलब है कि राहुल गांधी लगातार विदेशी दौरों पर कुछ न कुछ ऐसा बयान दे रहे हैं जिससे विवाद हो रहा है। अमेरिका में यह पहली बार नहीं हुआ कि राहुल ने इस तरह के बयान दिए हैं। इसके पहले भी वे कई ऐसे बयान दे चुके हैं जो विवादित रहे हैं। अलग-अलग देशों की यात्रा पर राहुल ने भारत को लेकर पिछले कुछ सालों में कई बयान दिए हैं जिन पर विवाद हो चुका है। राहुल गांधी कभी कहते हैं:
- "अगर कश्मीर में सुरक्षाकर्मी मेरे पास खड़े हैं, तो इसका मतलब कश्मीर में कुछ ठीक नहीं है। आज नफरत और हिंसा की राजनीति हो रही है।"
- "आपको यह बताने आया हूं कि भारत इस समय संकट में है और आप देश की मदद कर सकते हैं।"
ऐसे तमाम बयान हैं जो राहुल ने भारत के बाहर दिए हैं, जिससे देश की बदनामी हुई है। यही वजह है कि गिरिराज सिंह ने राहुल की हालिया अमेरिका यात्रा के बयानों और मीटिंग की वजह से यह मांग की है कि राहुल पर देशद्रोह का मुक़दमा चले और उनकी संसद सदस्यता रद्द हो।