PM मोदी का बड़ा ऐलान: 2047 तक भारत बनेगा विकसित देश, जानें RE-INVEST 2024 में क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौथे ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्ट मीट एंड एक्सपो (RE-INVEST 2024) के उद्घाटन में भारत को 2047 तक विकसित देश बनाने के लिए एक स्पष्ट एक्शन प्लान प्रस्तुत किया। इस आयोजन में पीएम मोदी ने 10 प्रमुख बिंदुओं पर जोर दिया, जो भारत के विकास को गति देंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में चौथे ग्लोबल रिन्युएबल एनर्जी इन्वेस्टर मीट एंड एक्सपो (RE-INVEST 2024) का उद्घाटन किया। इस तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन गांधीनगर, गुजरात में 16 से शुरू होकर 18 सितंबर तक चेलगा, इस आयोजन में उन्होंने भारत को 2047 तक विकसित देश बनने की योजना पर चर्चा की। इस आयोजन के दौरान, पीएम मोदी ने न केवल अपनी सरकार की प्राथमिकताएं स्पष्ट कीं, बल्कि भविष्य में भारत की ऊर्जा और पर्यावरण के क्षेत्र में होने वाली प्रगति का भी खाका पेश किया। आइए जानते हैं, इस दौरान दिए गए 10 महत्वपूर्ण बिंदु जो सबका ध्यान आकर्षित करने में सफल रहे।
1. 2047 तक विकसित भारत का सपना
पीएम मोदी ने सबसे पहले भारत के दीर्घकालिक विकास लक्ष्य पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत को साल 2047 तक एक विकसित देश बनाना है और यह एक्सपो उसी एक्शन प्लान का हिस्सा है। इसमें अक्षय ऊर्जा और टिकाऊ विकास को विशेष महत्व दिया गया।
2. ग्रीन एनर्जी की ओर बड़ा कदम
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत सरकार ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए सौर, पवन और हाइड्रोपावर जैसे स्रोतों का व्यापक इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए कई बड़ी परियोजनाओं को पहले 100 दिनों में ही स्वीकृति मिल चुकी है।
3. 31,000 मेगावाट हाइड्रोपावर की योजना
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत हाइड्रोपावर के क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर निवेश कर रहा है। उन्होंने घोषणा की कि 31,000 मेगावाट हाइड्रोपावर जनरेट करने की योजना है, जिसके लिए 12,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की स्वीकृति दी गई है। यह भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
4. एक हजार साल की तैयारी
मोदी जी ने कहा कि भारत सिर्फ वर्तमान के लिए नहीं, बल्कि अगले हजार सालों का आधार तैयार कर रहा है। उनका दृष्टिकोण न केवल भारत को ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाने पर केंद्रित है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी पर्याप्त संसाधन और तकनीक उपलब्ध हो।
5. स्पीड, स्केल और प्रायोरिटी
प्रधानमंत्री ने अपने तीसरे कार्यकाल के शुरुआती 100 दिनों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार की प्राथमिकता में 'स्पीड और स्केल' पर विशेष ध्यान दिया गया है। इन 100 दिनों में लिए गए निर्णय और उठाए गए कदम आने वाले समय में भारत के तेज विकास का आधार साबित होंगे।
6. 2030 तक 500 गीगावाट नॉन-फॉसिल फ्यूल क्षमता
पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत का लक्ष्य 2030 तक 500 गीगावाट नॉन-फॉसिल फ्यूल ऊर्जा क्षमता हासिल करना है। यह लक्ष्य स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में भारत को विश्व स्तर पर अग्रणी बनाएगा। इसके लिए 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता होगी, जिसका बड़ा हिस्सा इस एक्सपो के जरिए जुटाने की कोशिश की जा रही है।
7. अक्षय ऊर्जा की मांग में बढ़ोतरी
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में अक्षय ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ रही है, जिसे पूरा करने के लिए सरकार सक्रिय रूप से नीतियां बना रही है। यह ऊर्जा स्रोत केवल पर्यावरण की दृष्टि से ही नहीं, बल्कि आर्थिक दृष्टिकोण से भी फायदेमंद है, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
8. नवाचार और टेक्नोलॉजी पर जोर
इस एक्सपो के दौरान, प्रधानमंत्री ने नवाचार और नई टेक्नोलॉजी के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का उपयोग तेजी से हो रहा है और भारत इस दिशा में कई बड़े कदम उठा रहा है। आने वाले समय में भारत को वैश्विक ऊर्जा बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बनाने की दिशा में यह जरूरी होगा।
9. महिलाओं की भूमिका
प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं की ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सहभागिता बढ़ाने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। यह न केवल सामाजिक, बल्कि आर्थिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि महिलाओं की भागीदारी से नई संभावनाएं उभरेंगी।
10. स्टार्टअप्स और इंटरनेशनल इन्वेस्टर्स के लिए प्लेटफॉर्म
इस आयोजन में स्टार्टअप्स और इंटरनेशनल इन्वेस्टर्स के लिए एक विशेष प्लेटफॉर्म भी उपलब्ध कराया गया। मोदी ने कहा कि यह एक्सपो न केवल बड़े निवेशकों को आकर्षित करेगा, बल्कि उन स्टार्टअप्स के लिए भी एक बड़ा मौका है जो अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में नवाचार कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारतीय स्टार्टअप्स की क्षमता को पहचान मिल रही है, और यह कार्यक्रम उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण ने स्पष्ट किया कि भारत न केवल अपने भविष्य के लिए बल्कि वैश्विक नेतृत्व के लिए भी बड़ी योजनाओं पर काम कर रहा है। ग्रीन एनर्जी और टिकाऊ विकास के साथ, उन्होंने भारत को 2047 तक एक विकसित देश बनाने का सपना प्रस्तुत किया, जो अक्षय ऊर्जा के माध्यम से संभव होगा। RE-INVEST 2024 जैसे आयोजन न केवल भारत की ऊर्जा नीति को मजबूत करेंगे, बल्कि इसे विश्व के सामने एक सशक्त संदेश के रूप में पेश करेंगे।
Advertisement