आसमान से पीएम मोदी ने पाकिस्तान को दी सख़्त 'वॉर्निंग', पाक एयरस्पेस को लेकर लिया बड़ा फैसला
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पीएम मोदी ने बड़ा फैसला लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब से दिल्ली लौटते समय पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उपयोग नहीं किया. भारत के इस कदम से पाकिस्तान हिल गया है.

पहलगाम आतंकी हमले ने बदली पीएम मोदी की उड़ान की दिशा
22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में करीब 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई, हालांकि अभी हताहतों की आधिकारिक संख्या के बारे में पुष्टि नहीं हो पाई है. आतंकी संगठन TRF ने हमले की जिम्मेदारी ली, वहीं जैश-ए-मोहम्मद की भी भूमिका साने आ रही है. TRF पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का बदला स्वरूप है. इस हमले की सूचना मिलते ही प्रधानमंत्री ने सऊदी अरब में अपनी उच्चस्तरीय बैठकों को रद्द कर यात्रा को समय से पहले समाप्त किया और भारत लौटने का फैसला लिया.
हवाई मार्ग में बदलाव: प्रतीकात्मक लेकिन शक्तिशाली संदेश
आमतौर पर दिल्ली लौटते समय प्रधानमंत्री का विमान पाकिस्तान के ऊपर से उड़ान भरता है. लेकिन इस बार उनके विशेष विमान ने अरब सागर और मध्य पूर्व के वैकल्पिक हवाई क्षेत्रों का उपयोग किया. सूत्रों के अनुसार, इस निर्णय से यात्रा में समय और लागत तो बढ़ी, लेकिन यह भारत की आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को दर्शाने के लिए काफी है.
कूटनीति के स्तर पर बड़ा संकेत
पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से बचना केवल तकनीकी निर्णय नहीं, बल्कि एक गहन कूटनीतिक संदेश था. इस कदम ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख का संदेश दिया. भारत ने स्पष्ट कर दिया कि वह आतंकवाद को समर्थन देने वाले देशों के साथ सामान्य व्यवहार नहीं करेगा. वहीं भारत लंबे समय से 'आईसोलेट पाकिस्तान' की नीति पर काम करता है. पीएम का यह फैसला अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की भूमिका को उजागर करने का एक प्रयास है.
देश-विदेश में प्रतिक्रियाएं
पहलगाम में आतंकी हमले की देश-विदेश के नेताओं, राष्ट्राध्यक्षों ने खुलकर आलोचना की है. मुश्किल की इस घड़ी में ट्रंप, पुतिन और नेतन्याहू सहित दुनियाभर के नेताओं ने भारत के साथ खड़े होने की बात कही है.