Modi के हनुमान Chirag Paswan ने Kangana को थप्पड़ मारने वाली CISF महिला को लताड़ा
हाल ही में कंगना मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल हुईं थी, जिसमें उनका अंदाज लोगों को काफ़ी पसंद आया था।लेकिन कंगना बीते कई दिनों से थप्पड़ कांड की वजह से भी चर्चाओं में बनी हुई है, कुछ दिनों पहले ही चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की Constable कुलविंदर कौर ने कंगना रनौत को थप्पड़ दिया था। जिसके बाद ये मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है।
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कंगना के थप्पड़ कांड पर क्या बोले चिराग पासवान
जहां कुछ लोग इस मामले को लेकर कंगना रनौत का समर्थन कर रहे हैं,वहीं कुछ लोग CISF की Constable कुलविंदर कौर का सपोर्ट कर रहे हैं। विशाल ददलानी जैसे सिंगन उन्हें नौकरी देना का प्रस्ताव भी रख चुके हैं,वहीं अब मोदी के हनुमान चिराग पासवान ने कंगना रनौत के थप्पड़ कांड पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।चिराग़ ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत कंगना के साथ की थी,हालांकि बाद में वो राजनीति में एक्टिव हो गए थे।हाजीपुर से सांसद और लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग़ पासवान तीसरी मोदी कैबिनेट में शामिल हो गए हैं,उन्हें फ़ूड प्रोसेसिंग मंत्रालय मिला है।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान मोदी कैबिनेट में शामिल होने के साथ ही जमकर इंटरव्यू कर रहे हैं, हाल ही में उन्होंने कंगना के थप्पड़ कांड पर भी बात की।हाल ही में एक लीडिंग मीडिया हाउस से बातचीत में कंगना के को स्टार रहे चिराग़ पासवान ने कहा की - ये गलत है, आप अपनी बात कहने के लिए गाली या हाथापाई का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। हर व्यक्ति को अभिव्यक्ति की आजादी है, अपनी बात रख सकता है। मैं महिला कॉन्सटेबल की भावना को समझ सकता हूं, उनकी मां बैठी थीं, उनको बुरा लगा होगा, लेकिन वो अपनी बात को मर्यादित शब्दों में कह सकती थीं। मुझे लगता है कि तब उनकी बात की गूंज ज्यादा होती। अगर वो कड़े शब्दों में अपना ऐतराज दर्ज करातीं और कहतीं कि आपने ऐसा क्यों कहा था, मेरी मां थीं वहां पर मुझे दुख पहुंचा। आपने हाथ उठाकर अपनी भावना को छोटा कर दिया।''
चिराग पासवान ने आगे कहा की - हर किसी को सोच और अभिव्यक्ति की आजादी है। कंगना ने अपनी बातों को रखा और वो (सीआईएसएफ कर्मी) भी अपनी बातों को ऐसे ही रख सकती थीं। कोई व्यक्ति, किसी भी महिला या पुरुष पर हाथ नहीं उठा सकता। मैं ये नहीं कह रहा कि सिर्फ महिला पर हाथ नहीं उठना चाहिए। पुरुष पर भी हाथ उठाना गलत है। आप विरोध दर्ज कराइए लेकिन मर्यादित शब्दों में कराइए।
चिराग़ पासवान का कहना है की कंगना की तरह CISF कॉन्सटेबल को भी कंगना की तरह ही अपनी बात रखनी चाहिए थी।उन्होंने हाथ उठाकर अपनी भावना को छोटा कर दिया।कंगना रनौत ने किसान आंदोलन के टाइम पर दिल्ली में धरने पर बैठी महिलाओं पर कहा था की ये लोग सौ - सौ रूपये लेकर बैठी हैं।कंगना के इसी बयान को लेकर CISF Constable कुलविंदर कौर ने उनको चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर थप्पड़ जड़ दिया। कुलविंदर कौर का कहना है की उनकी माँ भी धरने पर बैठी थी,कुलविदंर को कंगना पर हाठ उठाने की वजह से सस्पेंड कर दिया गया है।वहीं इस घटना पर कंगना भी अपना ग़ुस्सा ज़ाहिर कर चुकी हैं।