राजस्थान की धरोहरों से रूबरू हुए जेडी वेंस, आमेर किला बना मुख्य आकर्षण
चार दिवसीय भारत दौरे पर आए अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपनी पत्नी उषा और तीन बच्चों के साथ राजस्थान की राजधानी जयपुर पहुंचे। उन्होंने आमेर किले की ऐतिहासिक सुंदरता और राजस्थानी संस्कृति का भरपूर आनंद उठाया। जयपुर में उनका राजसी स्वागत किया गया — दो सजी-धजी हथिनियों 'पुष्पा' और 'चंदा' ने परंपरागत ढंग से उनका अभिनंदन किया।

भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत ने एक बार फिर विश्व स्तर पर अपनी छाप छोड़ी, जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपने पूरे परिवार के साथ चार दिवसीय आधिकारिक दौरे पर भारत पहुंचे. दिल्ली से जयपुर की यात्रा के दौरान उनके चेहरे पर उत्सुकता, उनकी पत्नी उषा वेंस और बच्चों इवान, विवेक और मिराबेल की आंखों में चमक और भारत को नजदीक से जानने की ललक स्पष्ट दिखाई दी.
भारत के इस दौरे की शुरुआत दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर में दर्शन से हुई, जहां उन्होंने भारतीय आध्यात्मिकता को करीब से महसूस किया. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात और एक विशेष रात्रिभोज ने इस यात्रा को और भी खास बना दिया. लेकिन असली रोमांच उस वक्त देखने को मिला जब यह अमेरिकी परिवार राजस्थान की राजधानी जयपुर पहुंचा.
आमेर किले में राजस्थानी शान और आत्मीयता का स्वागत
जयपुर में सुबह की शुरुआत आमेर किले की ओर प्रस्थान से हुई. सुरक्षा कारणों से किले को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था. हाथी स्टैंड से खुली जिप्सी में बैठकर जब वेंस परिवार आमेर की ओर रवाना हुआ, तो सड़क के दोनों ओर खड़े राजस्थानी लोगों की उत्सुक निगाहें उन्हें निहार रही थीं. किले की तरफ बढ़ते हुए उन्होंने मावठा सरोवर, केसर क्यारी बाग, और किले की भव्य बाहरी संरचना का आनंद लिया.
जलेब चौक में पहुंचते ही नज़ारा कुछ और ही था. परंपरागत गहनों और वस्त्रों से सजी दो हथनियों, 'पुष्पा' और 'चंदा', ने उनका भव्य स्वागत किया. पुष्पा ने उपराष्ट्रपति को सूंड से आशीर्वाद दिया जबकि चंदा ने उनके गले में फूलों की माला डाली.
किले के अंदर पहुंचते ही राजस्थानी लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से माहौल को जीवंत कर दिया. लोक नृत्य की ताल पर उपराष्ट्रपति के बच्चे खुद को रोक नहीं पाए और तालियों की गड़गड़ाहट के बीच संस्कृति से एक आत्मीय रिश्ता बनता दिखा. उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, अपनी बेटी मिराबेल को गोद में लिए, किले की दीवारों, नक्काशीदार झरोखों और ऐतिहासिक कक्षों को निहारते रहे. एक स्थानीय गाइड ने उन्हें आमेर किले के इतिहास, राजा मानसिंह की गाथाएं, और मुगलों से हुई मित्रता जैसे कई किस्से सुनाए, जिससे वे काफी प्रभावित हुए.
पन्ना मीना कुंड और अनोखी संग्रहालय की यात्रा
इसके बाद वेंस परिवार पन्ना मीना कुंड की ओर बढ़ा, जो अपनी जल संरचना और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है. कुंड की सीढ़ियों पर खड़े होकर उन्होंने कई तस्वीरें भी खिंचवाईं. इसके बाद वे अनोखी संग्रहालय पहुंचे, जहां बुटीक हैंडलूम और हैंडब्लॉक प्रिंटिंग की कला को नजदीक से देखा और जाना. बच्चों को यहाँ की कलाकृतियाँ काफी रोचक लगीं. हालांकि दोपहर 2:45 बजे वेंस राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (RIC) पहुंचेंगे, जहां वो भारत-अमेरिका व्यापार सम्मेलन को संबोधित करेंगे. वही 23 अप्रैल की सुबह वेंस परिवार जयपुर एयरपोर्ट से आगरा रवाना होगा, जहां वे ताजमहल परिसर में तीन घंटे बिताएंगे. वहाँ से दोपहर बाद वे फिर जयपुर लौटेंगे.
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का यह दौरा सिर्फ एक औपचारिक यात्रा नहीं, बल्कि भारत के दिल से जुड़ने की एक कोशिश थी. आमेर की दीवारों से लेकर हवा महल की खिड़कियों तक, हर एक क्षण ने दोनों देशों के बीच रिश्तों को और गहरा किया. यह यात्रा न सिर्फ राजनयिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रही, बल्कि एक भावनात्मक पुल भी बनी, जहां संस्कृति, परंपरा और समरसता ने अपनी भूमिका बखूबी निभाई.
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