अखिलेश यादव की जान को खतरा ? सपा ने गृह मंत्री अमित शाह से पत्र लिखकर मांगी NSG सिक्योरिटी
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल अहमद चांद ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अखिलेश यादव को NSG सिक्योरिटी देने की मांग की है.

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा को लेकर समाजवादी पार्टी के एक नेता ने पत्र लिखकर NSG सिक्योरिटी की मांग की है इस समय अखिलेश को Z प्लस की सुरक्षा मिली हुई है. यह सुरक्षा किसी व्यक्ति-विशेष के लिए होती है. इसमें कई सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं. लेकिन पार्टी की तरफ से कहा गया है कि यह सुरक्षा उनकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त नहीं है. ऐसे में उन्हें NSG सुरक्षा प्रदान की जाए.
अखिलेश को NSG सिक्योरिटी देने की मांग को लेकर लिखा गया पत्र
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल अहमद चांद ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अखिलेश यादव को NSG सिक्योरिटी देने की मांग की है. पत्र में उन्होंने लिखा है कि "मान्यवर, आपका ध्यान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मा० श्री अखिलेश यादव जी की सुरक्षा की तरफ आकृष्ट कराना चाहता हूं. माननीय जी को पूर्व में Z सुरक्षा के साथ-साथ NSG कवर सुरक्षा प्राप्त थी. जिसमें पूर्व में NSG कवर हटा दिया गया था. मान्यवर समाजवादी पार्टी देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है. माननीय श्री अखिलेश यादव जी को देश के विभिन्न हिस्सों में कार्यक्रमों में जाना पड़ता है. जिस तरह से एक व्यक्ति द्वारा न्यूज़ चैनल पर कैमरे के सामने खुलेआम माननीय श्री अखिलेश यादव जी को मारने की धमकी दी गई एवं एक भाजपा नेता द्वारा भी मा० श्री अखिलेश यादव जी को जान से मारने की धमकी दी गई. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. जिस पर उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा इन व्यक्तियों पर किसी भी तरह की कोई भी दंडात्मक कार्यवाही नहीं की गई. जो कि बेहद निंदनीय एवं चिंता का विषय है. अतः आपसे निवेदन है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मा० श्री अखिलेश यादव जी की Z सुरक्षा के साथ-साथ पूर्व की भांति NSG कवर की सुरक्षा प्रदान किये जाने का आदेश संबंधित को देने की कृपा करें."
Z+ सिक्योरिटी में कैसी होती है सुरक्षा
भारत सरकार की तरफ से दी जाने वाली Z+ सुरक्षा एक उच्च स्तर की सुरक्षा मानी जाती है. इसमें कई सरकारी एजेंसियों के सुरक्षा बल के साथ प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड भी तैनात होते हैं. जिस व्यक्ति विशेष को यह सुरक्षा प्रदान की जाती है. उसके चारों तरफ करीब 25 से 30 सशस्त्र सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं. इसके अलावा CID और कई अन्य सुरक्षा बल के सदस्य भी शामिल होते हैं. यह उन्हीं को प्रदान की जाती है. जिनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा रहता है. इसमें देश के प्रमुख नेता, बॉलीवुड सेलिब्रिटी, उद्योगपति या कोई अन्य उच्च पदों का सरकारी अधिकारी शामिल हो सकता है.
NSG कमांडोज की कैसी होती है सुरक्षा
NSG भारत सरकार की सुरक्षा का एक अहम बल है. इसके कमांडोज आतंकी हमलों, हिंसक घटनाओं, हाईजैकिंग या किसी भी अन्य प्रकार के खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित होते हैं. NSG का इस्तेमाल तब होता है जब गंभीर परिस्थितियों में पुलिस बल या कोई अन्य बल निपटने में कठिनाई महसूस करे. इसके कमांडोज कॉम्बैट ऑपरेशंस, हाईजैकिंग, रेस्क्यू मिशन और स्ट्राइक ऑपरेशंस में एक्सपर्ट होते हैं. ये सभी ज्यादातर चुनौतीपूर्ण और खतरनाक परिस्थितियों में सुरक्षा का जिम्मा संभालते हैं. इसमें स्नाइपर, कमांडो और ब्लैक कैट कमांडो देश विरोधी आतंकी घटनाओं से भी लड़ने में सक्षम होते हैं.
यूपी के किन-किन बड़े नेताओं को मिली है NSG सिक्योरिटी
NSG कमांडो की सुरक्षा खासतौर से उन्हीं को मिलती है जो ज्यादा VVIP या जिनकी जान को खतरा होता है. वर्तमान में यूपी के बड़े नेताओं में यह सुरक्षा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बसपा सुप्रीमो मायावती, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और बाकी अन्य प्रदेशों के कई बड़े नेताओं में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद, नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और बाकी कई अन्य को यह सुरक्षा प्रदान की गई है.
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