Laurene Powell Jobs कल्पवास में रहेंगी दुनिया की अरबपति महिला Maha kumbh
13 जनवरी से शुरू होने वाले Mahakumbh में दुनिया को चलाने वाली अरबपति महिलाएं सनातनी बनकर तपस्या करेंगी.

लॉरेन 13 जनवरी को प्रयागराज पहुंचेगी। यहां 29 जनवरी तक वे निरंजनी अखाड़े के आचार्य स्वामी महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद के शिविर में रहेंगी। कल्पवास के दौरान वे भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म को और गहराई से समझेंगी। कल्पवास के दौरान लॉरेन कई अनुष्ठानों और कार्यक्रमों में शामिल होंगी। इसके साथ ही महाकुंभ में कथा के दौरान भी लॉरेन खास यजमान बनेंगी। यह कथा 19 जनवरी से शुरू होगी। एक तरह से लॉरेन सांसरिक और आध्यात्मिक जीवन जीएंगी।
Apple के अलावा लॉरेन अपने परोपकारी कार्यों के लिए भी जानी जाती हैं। उन्होंने वेवरली स्ट्रीट फाउंडेशन की स्थापना की थी। ये संस्था क्लाइमेट से जुड़े मुद्दों पर काम करती है। इसके अलावा वे कई फर्म और बिजनेस भी चलाती हैं।
महाकुंभ में कल्पवास का महत्व?
कल्पवास का वर्णन वेद और पुराणों में भी है। यह एक तरह की साधना है जिसमें अपनी इंद्रियों पर संयम रखना पड़ता है। हालांकि कल्पवास करना आसान नहीं है, इसका पालन करने वाला तपस्वी माना जाता है।
कल्पवासी को दया, भावना, सच और संयम का पालन करना होता है। अहिंसा, साधारण जीवन, दयाभाव की भावना रखनी होती है। एक समय भोजन और ब्रह्म मुहूर्त में स्नान। कल्पवासी जमीन पर सोते हैं। कल्पवास का समय पौष पूर्णिमा से माघ पूर्णिमा तक होता है।
लॉरेन पॉवेल जॉब्स के अलावा इंफोसिस फाउंडेशन की संस्थापक सुधा मूर्ति और ओपी जिंदल ग्रुप की मालकिन और विधायक सावित्री जिंदल भी संगम नगरी पहुंचेंगी। इनके साथ ही सांसद और एक्ट्रेस हेमा मालिनी भी इस भव्य आयोजन की गवाह बनेंगी।
तमाम चकाचौंध से दूर महाकुंभ के पवित्र संगम में दुनिया की लीडर ये महिलाएं आस्था की डुबकी लगाएंगी। चाहे सिने कलाकार हों या उद्यमी, जिन्होंने हर क्षेत्र में अपनी धाक जमाई, अब वे महाकुंभ में सनातन की गहराई से जुड़ेंगी।