3 दिन के इलाज का खर्च 36 लाख, बीमा कंपनी से मिले 26 लाख, सैफ़ का हेल्थ इंश्योरेंस Viral
एक्टर सैफ अली खान हमले के बाद से ही सुर्खियों में बने हुए हैं अब उनके हेल्थ इंश्योरेंस के प्रोसेस और इलाज की राशि पर ही बहस छिड़ गई.

एक्टर सैफ़ अली खान पर हमले के बाद से ही सुर्खियों में बने हुए हैं कभी हमले के आरोपी पर सवाल उठता है कभी उनके हमले को ही ड्रामा करार दे दिया जाता है और अब तो उनके हेल्थ इंश्योरेंस के प्रोसेस और इलाज की राशि पर ही बहस छिड़ गई। दरअसल, सैफ़ के हेल्थ इंश्योरेंस के डॉक्यूमेंट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिसमें सामने आया कि सैफ़ अली खान ने इलाज के लिए बीमा कंपनी निवा बुपा पर 35 लाख 95 हजार का क्लेम किया था। इसमें से कंपनी ने 25 लाख का अमाउंट अप्रूव भी कर दिया। अब इसी पर बहस शुरू हो गई। एक कार्डियक सर्जन डॉक्टर प्रशांत मिश्रा ने सैफ़ के बीमा अप्रूवल पर सवाल उठाए। डॉक्टर प्रशांत ने हेल्थ इंश्योरेंस से जुड़े एक पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, "इस तरह के ट्रीटमेंट के लिए छोटे अस्पतालों और आम लोगों के लिए निवा बुपा 5 लाख रुपए से ज्यादा नहीं देगी। सभी फाइव स्टार अस्पताल जरूरत से ज्यादा फीस वसूल रहे हैं और मेडिक्लेम कंपनियां उसे अप्रूव भी कर रही हैं। लेकिन इसकी वजह से प्रीमियम की कॉस्ट बढ़ रही है और मिडिल क्लास को जूझना पड़ रहा है।
अपने इस पोस्ट में डॉक्टर प्रशांत ने बताया कि कैसे बीमा कंपनियां आम आदमी के हेल्थ इंश्योरेंस अमाउंट और सेलिब्रिटी के अमाउंट में फर्क करती हैं हेल्थ इंश्योरेंस में भी VIP कल्चर हावी हो गया।
डॉक्टर प्रशांत के पोस्ट पर ऐसे ही कई लोगों ने अपने फीडबैक दिए। किसी ने लिखा, well said sir, हमारा तो बिल का 5% अमाउंट भी सैटल नहीं होता।
एक यूजर लिखते हैं, आम आदमी का इतनी जल्दी हेल्थ इंश्योरेंस अमाउंट अप्रूव ही नहीं होता। बार बार रिजेक्ट कर दिया जाता है। जबकि उसे इस अमाउंट की जरूरत सेलिब्रिटी से कई ज्यादा होती है। एक शख्स ने तो सैफ अली खान की इलाज की राशि पर भी सवाल उठाए उसने लिखा, 2 दो दिन के इलाज के लिए 36 लाख का अमाउंट और बीमा कंपनी ने इसे अप्रूव भी कर दिया।
एक यूजर ने सरकार को भी लपेटे में ले लिया और लिखा, सरकार खुद ही अपने कर्मचारियों को इलाज का पेमेंट करने में एक से दो साल का वक्त लगा रही है ये तो बीमा कंपनियां हैं जो झूठ का बाजार खोल कर बैठी हैं।
जहां सरकारों, बीमा कंपनियों और अस्पताल प्रशासन को मिडिल क्लास और गरीबों के लिए ज्यादा उदार होना चाहिए वहीं ये उदारता सेलिब्रिटीज पर अपनाई जा रही है। आए दिन हमारे सामने ऐसे कितने ही केसेज आते हैं जहां पूरा अमाउंट ना देने पर मरीज को तड़पते हुए छोड़ दिया जाता है। ऐसे में असमानता की खाई गहरी से गहरी होती जा रही है।
आपको बता दें कि सैफ़ अली खान पर 16 जनवरी की रात एक शख्स ने हमला कर दिया था। बताया गया कि ये शख्स चोरी के इरादे से घर में घुसा था लेकिन मेड को उसकी भनक लग गई। आरोपी ने मेड और सैफ़ के छोटे बेटे पर हमला करना चाहा तभी सैफ़ वहां आ गए और बीच बचाव किया। तभी हमलावर ने उन पर चाकू से कई वार कर दिए। हमले में सैफ़ के गले, रीढ़ की हड्डी में कई चोटे आईं। जिसके बाद सैफ़ की सर्जरी की गई और 5 दिन बाद वे अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर लौट आए। इस मामले में मुंबई पुलिस ने आरोपी शरीफुल को अरेस्ट कर 29 जनवरी तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। उधर पुलिस ने सैफ़ के साथ साथ पत्नी करीना और मेड का बयान भी दर्ज कर लिया है। इस मामले की जांच के लिए कई टीमें गठित की गई हैं।
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