Mavji Maharaj की 15 भविष्यवाणियों में PM Modi के लिए क्या लिखा है
मावजी महाराज की भविष्यवाणियों ने मचा डाली खलबली, पीएम मोदी से जुड़ी 237 साल पुरानी भविष्यवाणी। चौपड़ों में छिपी भविष्यवाणियां क्या कहती हैं ? देखिये सिर्फ़ धर्म ज्ञान पर

तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी एक बार फिर दुनिया के सबसे प्रिय नेता हैं। मतलब ये कि 4 जून के चुनावी नतीजों से कुछ भी नहीं बदला मोदी जी पहले भी प्रधानमंत्री थे और आज भी प्रधानमंत्री है। बस फ़र्क़ इतना है कि पहले की तुलना में पीएम मोदी अब और भी सबके हॉट फेवरेट बन चुके हैं। आज भी पूरी दुनिया का फ़ोकस पीएम मोदी पर ही है और इस बात की भविष्यवाणी 237 साल पहले राजस्थान के बांसवाड़ा से किसी और ने नहीं, बल्कि श्री कृष्ण अवतार संत माज़ी महाराज ने की थी। पीएम मोदी के इसी तीसरे कार्यकाल को लेकर क्या कहती हैं मावजी महाराज की 15 बड़ी भविष्यवाणियाँ। आईये आपको बताते है।
जो कि भविष्यवाणी करने का सिलसिला ईश्वर के घर से चला आ रहा है, इस कारण आज भी आम जनमानस की ज़ुबान पर मावजी महाराज की भविष्यवाणियाँ है। ख़ुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गहरी आस्था मावजी महाराज की भविष्यवाणियों से जुड़ी है। आपको ये जानकर ताझुभ होगा, गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए मोदी जी को ये मालूम हुआ कि उनके प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी 237 साल पहले ही हो चुकी है क्या है ये पूरा मामला , आईये आपको बताते हैं, धर्म ज्ञान की इस ख़ास रिपोर्ट में
12 अप्रैल, 2014 इसी दिन इसी तारीख़ पर राजस्थान के बांसवाड़ा पहुँचे पीएम मोदी का सामना मावजी महाराज की भविष्यवाणी से हुआ। जिन्हें उन्होंने ख़ुद पढ़ा और ये पाया कि उनके प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी आज की नहीं, बल्कि 237 साल पुरानी है और बक़ायदा ये बात उन्होंने जनता के बीच जाकर बताई।
"आज मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे मावजी महाराज की तपोभूमि के दर्शन करने का सौभाग्य मिला बाणेश्वरजी के दर्शन करके मैं आया हूं। इतने प्रेरक शब्द हैं लिखा है, मुझे भी मालूम नहीं है कितनी बढ़िया बात चार सौ साल पहले लिखी गई है। मावजी महाराज ने लिखा हैजम्बूखंड जुमलो आगे है महाराज ढोरा घरनी धूल की, गुजरात नो डंको बागे महाराज, मावजी वाणी बुले है महाराज। जातु धर्म पास आवेगा, धर्म नी बातें सालेगा महाराज, बेणेश्वर रो बेणको रसाए महाराज, दिल्ली मा दीवो लागे महाराज। उन्होंने गुजरात और दिल्ली को जोड़ दिया है, मावजी महाराज ने. अद्भुत बात है जी. उस जमाने में गुजरात से दिल्ली जाकर दीया जलेगा, ये बात मावजी महाराज ने कही है भाईयों। "
राजनीतिक इतिहास आज भी यही कहता है कि बतौर मुख्यमंत्री मोदी जी ने गुजरात की सत्ता सँभाली और पिछले 10 सालों से देश की सत्ता पर क़ाबिज़ है। अब तीसरी बार भी उन्हीं की सरकार बनी हैं, इस कारण संत मावजी महाराज की सांकेतिक भविष्यवाणियों पर विश्व शक्तियों की नज़रें पड़ चुकी हैं। जानकार बताते हैं कि 350 वर्ष पहले संत मावजी महाराज ने पांच चौपड़े लिखे थे।जिसमें से एक शेष गुरु, दूसरा साबला, तीसरा बांसवाड़ा बस, चौथा कुंजपुर में है और इन्हीं चौपड़ों में छिपी भविष्यवाणियाँ आज भी यही कही है।
1) बात होवेगा तात्पर्य हवा में लोगों की बात होगी वर्तमान में मोबाइल के माध्यम से बात हो रही है।
2) पर ये पानी बेस आएगा अर्थात कर. पानी बेचा जाएगा. वर्तमान में पैक बोतलों में लीटर के भाव बिक रहा है।
3) पानी बोरिये दीबा बारेंगा तात्पर्य डोरियों से दीपक जलेंगे. वर्तमान में गांव गांव में बिजली के तारों से रौशनी हो रही है।
4) भैत में बभू का फूटेगा तात्पर्य? दीवारों में पानी आएगा वर्तमान में. में नल की सुविधा है।
5) खारा समुन्दर मीठा जल होसी अर्थात समुद्र का खारा पानी मीठा हो जाएगा. वर्तमान में समुद्र के पानी को उपयोगी बनाने के प्रयास हो रहे हैं।
6) परबत गिरी ने पानी होसी, मतलब पर्वत पिघल कर पानी बनेंगे वर्तमान में हिम पर्वत पिघल कर पानी हो रहे हैं. समुद्र का जलस्तर बढ़ रहा है।
7) समुद्र में तिरेकर्षण कमसी समुद्र के किनारों पर किसान कमाएंगे वर्तमान में नमक की पैदावार के अलावा विशेष वनस्पतियों की खेती हो रही है।
8) पूरब पश्चिम मतलब पूरा पश्चिम की संस्कृति में मेल हो जाएगा. वर्तमान में हमारा देश पश्चिम संस्कृति के पीछे भाग रहा है।
9) जमीन आसमान का पर्दा टूटेगा. जमीन और आसमान के बीच की दीवार टूटेगी. वर्तमान में ओज़ोन मंडल में छेद का उदाहरण सामने है।
10) धरती तो तांबा बढ़नी होसी, धरती तप कर तांबे के रंग की हो जाएगी. धरती का तापमान निरंतर बढ़ता जा रहा है।
11) बगसरने हंस बिस्ती हंस करे बग्नी सेवा अर्थात बगुलो की. सरन में हंस बैठेगा और हंस बगुले की सेवा करेगा अर्थ आप अयोग्य व्यक्ति की सेवा होशियार आदमी के माध्यम से होगी. वर्तमान में नेताओं के अधीन रहकर।आई ए एस, आई, पी एस जैसे पदों पर बैठे लोग सेवाएं दे रहे हैं।
12) चार जुगना बंधन तोड़ी जुगना भगत तारिया अर्थात चार युगों से चले आ रहे जाति धर्म के बंधन टूटेंगे. भक्ति के माध्यम से ही नैया पार लगेंगी ।
13) बदनी सिर थकी बार उतर या सी तात्पर्य बैलों के सिर पर बोझ हल्का हो जाएगा. वर्तमान में खेतों की जुताई के लिए आधुनिक उपकरण के तौर पर ट्रैक्टर काम में लिए जा रहे हैं. बेलों से खेती का चलन कम हो गया है।
14) बहु बेटी काम भरे सासु पिछना पीसेगा. तात्पर्य है कि घर के कामकाज में बहु बेटियां भारी पड़ेंगी. सास घर का आटा पीसेगी वर्तमान में पड़ी लिखी लड़कियां. बहुएं नौकरी करती हैं, घर संभालने वाली सास काम करती हैं।
15) धोबी के घर गाय रहेंगी, बकरी ब्राह्मण रखेगा. तात्पर्य यह है की परंपरागत काम को छोड़कर लोग दूसरे नए काम करेंगे।
अब जो कि लोगों के बीच मावजी महाराज की इन्हीं सांकेतिक भविष्यवाणियों को जानने की दिलचस्पी बढ़ रही है, जिसे देखते हुए इन चोपड़ों का डिजिटलाइजेशन किया जा रहा है। क्या आपका विश्वास भी मावजी महाराज की भविष्यवाणियों से जुड़ा हुआ है। कमेंट करके बताइयेगा ज़रूर।