महाकुंभ की धरा से मुसलमानों को वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण ने दिया नया ऑफर !
प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ एक बार फिर सुर्खियों में आ चुका है, जब एक मुसलमान ने ही महाकुंभ की मिट्टी से मुसलमानों से सनातन धर्म में घर वापसी करने की अपील की। साथ ही ये भी कहा कि अगर आप इस संगठन के जरिए सनातन धर्म में घर वापसी करते हैं, तो आपको सनातन धर्म को पूरी तरह अपनाने तक 3 हजार रुपये भी दिए जाएंगे और साथ ही कारोबार में भी मदद की जाएगी।

शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने महाकुंभ की मिट्टी से एक बड़ा ऐलान कर दिया है कि जो भी मुस्लिम परिवार सनातन धर्म में घर वापसी करेगा, उसे 3000 रुपये हर महीने दिए जाएंगे। क्या है पूरा मामला, वसीम रिजवी कौन हैं और इन्होंने सनातन धर्म में घर वापसी के लिए मुसलमानों से अनुरोध क्यों किया?
दरअसल, वसीम रिजवी ने 3 साल पहले इस्लाम को छोड़कर हिंदू धर्म को अपना लिया था। इस्लाम को छोड़ने के पीछे उनका एक बयान सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा, "जब मुझे इस्लाम से निकाल ही दिया गया है, तो ये मेरी मर्जी है कि मैं किस धर्म को स्वीकार करूं, मैंने सनातन को चुना, क्योंकि ये दुनिया का सबसे पुराना धर्म है,"। सिर्फ इस्लाम ही नहीं, बल्कि उन्होंने अपना नाम भी बदलकर वसीम रिजवी से जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी कर लिया, जिसके बाद वसीम रिजवी सुर्खियों में भी बन गए। लेकिन अब भगवा चोला, माथे पर तिलक, और दिल में आस्था लिए ये महाकुंभ पहुंचे, जिसके बाद इन्होंने त्रिवेणी संगम में स्नान किया और लोगों से अनुरोध करते हुए क्या कहा,आइए आपको बताते है।
यूपी शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह ने एक संगठन बनाया है, जिसके जरिए उन्होंने मुसलमानों से अनुरोध किया कि अगर आप इस संगठन के जरिए सनातन धर्म में घर वापसी करते हैं, तो आपको सनातन धर्म को पूरी तरह अपनाने तक 3 हजार रुपये भी दिए जाएंगे और साथ ही कारोबार में भी मदद की जाएगी इसके बाद उनका ये बयान काफी वायरल हो रहा है इसके अलावा आपको बताते चलें।वसीम रिजवी को सनातन का ऐसा रंग चढ़ा कि वो सीधे मुसलमान से कट्टर हिंदू बन गए और मुसलमानों से महाकुंभ की पावन धरा से घर वापसी का अनुरोध करने लगे। और इतना ही नहीं, कट्टरपंथियों को भी झाड़ दिया और कहा किआपको कट्टरपंथी विचारधारा से बाहर निकलना पड़ेगा, आपको जिहादी मानसिकता से बाहर निकलना पड़ेगा, अपनी खुशी से सनातन धर्म में घर वापसी कीजिए, सनातन धर्म आपका स्वागत करता है।