पाकिस्तान में है श्री राम के पुत्र भगवान लव की समाधि।
आज भी भगवान श्रीराम का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है, आज भी लोग उनको पूजते हैं, चाहे जीवन में कितनी भी कठिनाई क्यों न आई हो। भगवान राम ने हमेशा बड़े ही धैर्य के साथ उसे संभाला है। 14 साल का वनवास हो या फिर हो अपने वचन के लिए घर त्यागना हो, वह हंस्ते-हस्ते दूसरों के लिए सब कुछ कर गए। लेकिन भगवान राम वनवास व्यतीत कर रहे थे तो उसी दौरान माता सीता से उन्हें दो पुत्र हुए, उनका नाम पड़ा लव और कुश। लेकिन क्या आपको पता है आज भी इस्लामिक मुल्क पाकिस्तान में लव की समाधि है और साथ ही इस वीडियो में ये भी बताया गया है कि आखिर कैसे हुई श्रीराम के बेटे कुश की मृत्यु। जानने के लिए देखे धर्म ज्ञान की ये खास रिपोर्ट

आपको बता दें कि भगवान राम के बेटे लव के नाम पर बसा है पाकिस्तान का शहर लाहौर, पहले लाहौर का नाम लवपुरी था, बाद में इस शहर का नाम बदलकर लाहौर पड़ा, और आज भी यही लव की समाधि स्थित है। ये समाधि लाहौर क़िले के अंदर है, वहीं पाकिस्तान में चैम्पियन ट्रॉफी मैच के समय BCCI उपाध्याय ने पाकिस्तान का दौरा किया और दौरा करते वक्त वे लव की प्राचीन समाधि पर पहुंचे। समाधि पर पहुंचकर उन्होंने लव को नमन किया और फूल अर्पित किए, जिसके बाद ये जानकारी राजीव शुक्ला ने अपने X पर भी शेयर की। उन्होंने लिखा:
लाहौर के प्राचीन क़िले में प्रभु राम के पुत्र लव की प्राचीन समाधि है, लाहौर नाम भी उन्हीं के नाम से है। वहाँ प्रार्थना का अवसर मिला, साथ में पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहसिन नकवी जो इस समाधि का जीर्णोद्धार करवा रहे हैं। मोहसिन ने मुख्यमंत्री रहते यह काम शुरू करवाया था।
पाकिस्तान जैसे इस्लामिक देश में भी लव की समाधि सुरक्षित है। आपको जानकारी देते चलें कि लाहौर पहले भारत का ही हिस्सा था और इसे लव ने बसाया था, लेकिन भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद ये पाकिस्तान के हिस्से में चला गया। ये तो रही बात लव की, तो चलिए अब बात कर लेते हैं कि आखिर कैसे हुई थी लव और कुश की मृत्यु…
लव-कुश की मृत्यु का कारण रामायण के बारे में तो आपने सुना ही होगा, लेकिन बहुत कम लोग होंगे जो ये जानते होंगे कि आखिर कैसे हुई थी श्री राम के पुत्र लव और कुश की मृत्यु? भगवान राम को भगवान विष्णु का सातवां अवतार माना जाता है, जब भगवान श्री राम का देह त्यागने का समय आया तो श्री राम अपने आपको भगवान विष्णु के ध्यान में विलीन कर लेते हैं और सरयु नदी में समा जाते हैं और लक्ष्मण जी भी अपने प्राण त्याग देते हैं। लेकिन अब सोचने वाला सवाल उठता है कि जब राम जी ने देह त्यागा तो अयोध्या का राजा कौन बना? चलिए आपको बताते हैं, दरअसल राम के भाई भरत के दो पुत्र थे तार्श और पुश्कर, लक्ष्मण जी के पुत्र थे चित्रागत और चन्द्रकेतु, और वही शत्रुघ्न के पुत्र थे सुबाहु और शुरशेन।
आपको बता दें, जाने-माने शहर मथुरा का नाम शुरशेन था, लेकिन जब भगवान श्री राम ने अपने छोटे भाई भरत का राज्याभिषेक करना चाहा तो भरत ने साफ़ मना कर दिया। इसके बाद भगवान श्री राम ने अपने दोनों पुत्रों लव और कुश का राज्याभिषेक कर दिया, जिसके बाद लव ने लवपुरी, यानी जो वर्तमान में पाकिस्तान का हिस्सा है और लाहौर में लव की समाधि भी है। और कुश ने दक्षिण में छत्तीसगढ़ की स्थापना की। धीरे-धीरे कर दोनों का वंश आगे बढ़ता गया और कुश ने लंबे समय तक अयोध्या में राज किया, लेकिन कुश अपने पिता जितने विनम्र राजा नहीं थे और असुर दुर्दज युद्ध में उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए। उनके बाद उनके पुत्र अतिथि के हाथों में राजपाठ चला गया और धीरे-धीरे कर दोनों के वंशों का नाश होता चला गया। इस तरह कुश की मृत्यु हुई।