PM Modi इस्लामिक राष्ट्र के सपने को करेंगे दफ़न अश्विनी उपाध्याय ने किया ख़ुलासा
पीएम मोदी चाहे तो गजवा-ए-हिंद के सपने को मिनटों में दफ़्न कर सकते हैं, लेकिन कैसे ? बता रहे हैं सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय, देखिये सिर्फ़ धर्म ज्ञान पर।

भारत के अतीत को भविष्य बनाने की कवायद शुरु हो चुकी है, गजवा-ए-हिंद के सपने को ज़िंदा किया जा रहा है। आलम ये है कि जंग की आड़ में भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। आज जब गजवा-ए-हिंद की बात उठी है, तो पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के कट्टर मुस्लिम नेता जैद हामिद की कहीं बातें याद आने लगी..ये वहीं लाल टोपी वाले हैं, जो चौबिसों घंटे भारत के ख़िलाफ़ जहर उगलते हैं। इनकी मानें, तो भारत के साथ हर लेवल पर जंग गजवा-ए-हिंद है। बक़ायदा गजवा-ए-हिंद का इतिहास बताते हुए मोहम्मद बिन कासिम को इसका जनक बताते हैं, महमूद गजनवी को गजवा-ए-हिंद से जोड़ते हैं। अब्दाली से लेकर मौजूदा समय में पाकिस्तानी आर्मी जो हिंदुस्तान के मुशरिकों के साथ जंग लड़ रही है, उसे गजवा-ए-हिंद का योद्धा बताते है।
भारत-पाकिस्तान के बीच लड़ी गई जंग..1948, 1965, 1971 और 1999..इन सबको को गजवा-ए-हिंद की लड़ाई बताते हैं। और जो कि बिना आग के धुआँ नहीं उठता है इसलिए कई दफ़ा भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साज़िश का पर्दाफ़ाश हुआ है। ऐसे में इसका Permanant इलाज क्या कहता है, देश के अस्तित्व पर मंडराते इस ख़तरे को किस प्रकार पीएम मोदी जड़ से ख़त्म कर सकते हैं…पीएम मोदी चाहे तो गजवा-ए-हिंद के सपने को मिनटों में दफ़्न कर सकते हैं, लेकिन कैसे ? बता रहे हैं सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय