वैशाख अमावस्या पर करें ये उपाय, नहीं होगी धन-दौलत की कमी
वैशाख अमावस्या यानी वैशाख के महीने में पड़ने वाली अमावस्या का सनातन धर्म में खास महत्व है. कहते हैं ये दिन पितरों को समर्पित है और अगर आप इस दिन बताए गए उपायों को करते हैं तो आप अपने जीवन से परेशानियों को ख़त्म कर सकते हैं, पितरों की कृपा पा सकते हैं और अपने घर से धन की कमी को पूरा कर सकते हैं.

अगर आप पितृ दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं, पितृ दोष से बहुत परेशान हैं, जो भी काम आप करते हैं उस काम को पूरा करने में बाधा आती है या फिर पितृ दोष के कारण और भी कई समस्याओं का सामना आपको करना पड़ रहा है तो ये जानकारी आपके लिये है. आज हम आपको आपके सभी सवालों के जवाब देंगे कि आखिर सनातन धर्म में वैशाख अमावस्या का क्या महत्व है? इस बार वैशाख अमावस्या का शुभ मुहूर्त क्या है? वैशाख अमावस्या का पितरों से क्या कनेक्शन है? आप पितृ दोष से कैसे मुक्ति पा सकते हैं और इतना ही नहीं हम आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में भी बताएंगे जिन्हें करने से आपकी लॉटरी तो लगेगी ही साथ ही मां लक्ष्मी का वास भी हमेशा के लिए आपके घर हो जाएगा.
वैशाख अमावस्या का महत्व? सनातन धर्म में अमावस्या का बहुत महत्व है, इसे पितृ पक्ष का समापन माना जाता है और सभी इसी दिन पितरों को याद करके उनके नाम से दान, श्राद्ध और उनका तर्पण किया जाता है. इसी के साथ अमावस्या तिथि के स्वामी पितृ देव होते हैं इसलिए भी ये दिन पितरों को समर्पित है. वहीं इस दिन भगवान विष्णु का भी बहुत महत्व होता है, और ये तो वैशाख का महीना चल रहा है तो इस महीने में पड़ने वाली अमावस्या वैशाख अमावस्या कहलाती है. वैशाख अमावस्या के दिन पितरों की शांति के लिए कुछ इन उपायों को करने से आप अपने पितरों का आशीर्वाद पा सकते हैं लेकिन उससे पहले ये जानते हैं कि इस बार वैशाख अमावस्या का शुभ मुहूर्त क्या है?
क्या है वैशाख अमावस्या का शुभ मुहूर्त? इस बार भी हर तरफ़ वैशाख अमावस्या को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है. कुछ ज्योतिषों का कहना है कि ये अमावस्या 27 अप्रैल को मनाई जाएगी वहीं कुछ ज्योतिष तो ये कह रहे है कि इस बार वैशाख अमावस्या 28 को मनाई जाएगी लेकिन इस बार वैशाख अमावस्या 27 अप्रैल को मनाई जाएगी, हिन्दू पंचांग के अनुसार इस बार वैशाख अमावस्या 27 अप्रैल को सुबह 04 बजकर 49 मिनट पर शुरू होकर 28 अप्रैल को सुबह 1 बजे तक रहेगी, लेकिन उदय तिथि 27 अप्रैल को है इसलिए इस बार वैशाख अमावस्या 27 को ही मनाई जाएगी। साथ ही शास्त्रों के अनुसार इस दिन वैशाख अमावस्या मनाना श्रेष्ठ होगा.
क्या है वैशाख अमावस्या की पूजन विधि? देखा जायें तो ये दिन बेहद ख़ास होने वाला है. इस दिन आप सुबह जल्दी उठें और पानी में गंगा जल डाल कर स्नान कर लें. स्नान करने के बाद घर के मंदिर में ही घी का दिया जला कर भगवान विष्णु की पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करें. इसके बाद भगवान सूर्य को जल अर्पित करें. साथ ही प्रसाद बनाकर काले कौवे को भी चढ़ाएं.
वैशाख अमावस्या के दिन करें ये उपाय!
वैशाख अमावस्या के दिन पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए आप इन उपायों को कर सकते हैं। इन उपायों को करने से जल्द ही आपको पितृ दोष से मुक्ति मिलेगी, बिगड़े काम बनने लग जाएंगे और आने वाले समय में आपके पितृ आपको परेशान नहीं बल्कि आपका साथ देंगे!
• अगर आप लंबे समय से पैसों की परेशानी झेल रहे हैं तो इससे छुटकारा पाने के लिए तुलसी की माला लें, 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें. शास्त्रों में भी बताया गया है कि इसके इस्तेमाल से बड़ी से बड़ी विपदा टल जाती है. इसका रोज़ाना जाप आपके जीवन में लाभकारी परिणाम देगा!
• आप पीपल के पेड़ के नीचे वैशाख अमावस्या के दिन और हर बृहस्पतिवार को तेल का दीपक जलाएं. ऐसा करने से काम में आ रही सभी बाधाएं दूर होंगी!
• इस दिन आप ज़रूरतमंदों को भोजन कराएं और धन, वस्त्र, अन्न का सामान दान करें. इससे जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है.
• इस दिन आप पितृ के नाम से ब्राह्मणों को भोजन कराएं और उनके पैर छू कर आशीर्वाद लें. इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और उनकी आत्मा को शांति मिलती है.
• इस दिन आप पितरों का तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान भी अवश्य करें क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यही वो दिन है जब पूर्वज धरती पर आते हैं और इस दिन इन कामों को करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
वैशाख अमावस्या पर कैसे बनें धनवान? ये दिन धनवान बनने के लिए भी ख़ास होता है। ऐसे में आप इस दिन धनवान बनने के लिए इन कुछ उपायों को कर सकते हैं ---
• इस दिन आप धनवान बनने के लिए भगवान विष्णु की पूजा करें.
• पीपल के पेड़ के नीचे जल अर्पित करें.
• इस दिन व्रत रखकर ग़रीबों को भोजन कराएं.
• इस दिन घर को साफ रखें, गंदगी न रह जाए.
• लाल फूल के साथ दीपक बहते पानी में प्रवाहित करें.
• चौराहे पर नींबू के टुकड़े चारों दिशाओं में फेंक दें.